Supreme Court: दिल्ली की हवा में घुला जहर, 28 मॉनीटरिंग स्टेशन बंद होने पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, मांगा जवाब
Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट ने CPCB को निर्देश दिया है कि वे प्रदूषण को बढ़ने से रोकने के लिए कौन से कदम उठा रहे हैं, इसकी रिपोर्ट कोर्ट में पेश करें।
दिल्ली के प्रदूषण में मामूली सुधार।
Supreme Court: सोमवार को दिल्ली में बिगड़ती हवा की क्वालिटी पर कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट से सुप्रीम कोर्ट ने स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बीआर गवई और जस्टिस के विनोद चंद्रन की बेंच ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर CAQM को फटकार लगाते हुए दिवाली के दौरान ज्यादातर एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन बंद रहने के कारण और स्टेटस की रिपोर्ट मांगी है।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में कोर्ट में सुनवाई के दौरान बताया गया कि शहर में कई एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन काम नहीं कर रहे हैं। ऐसे में सवाल उठा कि अगर प्रदूषण का सही डेटा ही नहीं मिलेगा, तो ग्रैडेड रिस्पांस एक्शन प्लान-2 या आगे कैसे लागू किया जाएगा। ये स्थिति ऐसे समय की है, जब दिल्ली के लोगों का प्रदूषण के कारण सांस लेना मुश्किल हो गया है। दिल्ली की हवा लगातार खराब होती जा रही है और एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 'बहुत खराब' श्रेणी में बना हुआ है।
एमिकस क्यूरी अपराजिता सिंह ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई कि CAQM और CPCB को प्रदूषण कम करने के लिए तुरंत तुरंत कदम उठाने के निर्देश दिए जाएं। उन्होंने रोर्ट में कहा कि दिल्ली में प्रदूषण स्तर बहुत खराब श्रेणी में है, ये खतरनाक श्रेणी में पहुंचे, उससे पहले कार्रवाई की जानी जरूरी है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दिल्ली के कई एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन खराब पड़े हैं। अगर ये स्टेशन चालू नहीं होंगे, तो अधिकारियों को कैसे पता चलेगा कि कब कौन से चरण का GRAP लागू करना है।
उन्होंने मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए कहा कि दिवाली के दौरान 37 में से सिर्फ 9 मॉनिटरिंग स्टेशन ही चालू थे। इसको लेकर उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि ऐसे में कैसे पता चलेगा कि ग्रैप कब लागू करना है। इस पर CJI ने CPCB को निर्देश दिया कि वे हवा की गुणवत्ता को और खराब होने से रोकने के लिए उनकी तरफ से कौन से कदम उठाए जा रहे है, इसकी रिपोर्ट बनाकर कोर्ट में जमा करें।
जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली में प्रदूषण स्तर बढ़ता जा रहा है। औसत एक्यूआई 316 दर्ज किया गया। बहुत से स्टेशनों पर हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया। डॉक्टरों और विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली का प्रदूषण स्तर काफी खराब हो चुका है। लोग जरूरत पड़ने पर ही अपने घरों से निकलें। घर से निकलने से पहले मास्क जरूर पहनें।