Shelter Home: नरेला में बनेगा मानसिक दिव्यांग शेल्टर होम, रह सकेंगे 800 लोग
Shelter Home: दिल्ली के नरेला इलाके में मानसिक दिव्यांगों के लिए दिल्ली का सबसे बड़ा शेल्टर होम बनाया जाएगा। इस शेल्टर होम में 800 से ज्यादा दिव्यांग रह सकेंगे।
मानसिक दिव्यांगजनों के लिए शेल्टर होम।
Shelter Home: दिल्ली के नरेला के मामूरपुर इलाके में मानसिक रूप से दिव्यांगजनों के लिए दिल्ली का सबसे बड़ा शेल्टर होम बनाया जाएगा। इस परियोजना के लिए डिमार्केशन का काम पूरा हो चुका है। इस शेल्टर होम को 10 एकड़ जमीन पर बनाए जाने की योजना है। आने वाले तीन महीनों में इसका निर्माण कार्य शुरू हो सकता है।
इसमें लगभग 800 मानसिक दिव्यांग रह सकेंगे। दिव्यांगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सुविधाएं विकसित की जाएंगी। दिव्यांगों को विटामिन डी की कमी से न जूझना पड़े, इसके लिए बिल्डिंग में धूप का खास ख्याल रखा जाएगा। इसके अलावा बेहतर मेडिकल केयर यूनिट भी बनाई जाएगी।
बता दें कि हाल ही में समाज कल्याण मंत्री रविन्द्र इंद्राज ने मामूरपुर में जमीन का निरीक्षण किया था। इस दौरान उनके साथ समाज कल्याण विभाग, पीडब्ल्यूडी, राजस्व विभाग समेत कई अन्य विभागों के अधिकारी शामिल थे। इन्होंने दिव्यांग शेल्टर होम के लिए प्रस्तावित 10 एकड़ जमीन का निरीक्षण किया था। इस दौरान पाया गया कि जमीन के कुछ हिस्से पर लोग अवैध अतिक्रमण कर रह रहे हैं। मंत्री ने अतिक्रमण को हटाने के भी निर्देश दिए थे।
वर्तमान समय में मानसिक रूप से दिव्यांग लोगों को रोहिणी के आशा किरण शेल्टर होम में रखा जाता है। हालांकि यहां पर दिव्यांगों की केयर नहीं हा पाती है क्योंकि यहां क्षमता से ज्यादा लोग रह रहे हैं। इसका असर उनके रहन-सहन और देखभाल पर भी पड़ता है। खुद सीएम रेखा गुप्ता इस होम शेल्टर के हालात देखने पहुंची थीं। उन्होंनी स्थिति का जायजा लेते हुए निर्देश दिया था कि पुरानी बिल्डिंग को नए सिरे से ज्यादा क्षमता के साथ बनाया जाएगा।
बता दें कि 6 साल से ज्यादा उम्र वाले मानसिक रूप से दिव्यांगजनों को रोहिणी के आशा किरण शेल्टर होम में रखा जाता है। यहां पर 600 दिव्यांगजनों को रखने की क्षमता है लेकिन वर्तमान समय में यहां पर 750 मरीज हैं। इसके कारण उनकी देखभाल पर असर पड़ता है।