दिल्ली में नाम बदलने की कवायद तेज: इस इलाके को कहा जाएगा 'श्रीराम पुरम', नजफगढ़ से मुस्तफाबाद तक लगी होड़
दिल्ली में नजफगढ़, मुस्तफाबाद और बाबरपुर के बाद शकूरबस्ती का नाम बदलने की मांग तेज हो गई है। विधायक करनैल सिंह इस जगह का नाम बदलकर श्रीराम पुरम रखना चाहते हैं।
भाजपा विधायक करनैल सिंह बदलना चाहते हैं शकूरबस्ती का नाम
दिल्ली में बीजेपी की सरकार आने के बाद से ही दिल्ली के कई इलाकों के नाम बदलने की मांग उठी। नजफगढ़, मुस्तफाबाद से बाबरपुर तक के विधायकों ने अपने इलाकों का नाम बदलकर नए नाम का प्रस्ताव भी दे दिया। मुस्तफाबाद का नाम बदलकर शिवपुरी रखने का प्रस्ताव है। बाबरपुर का नाम बदलकर परशुराम नगर रखने की बात कही गई। वहीं इसके साथ ही नजफगढ़ का नाम बदलकर नाहरगढ़ करने की मांग की गई।
विधायक ने शुरू किया जनमत संग्रह
इसी बीच अब शकूरबस्ती के विधायक करनैल सिंह शकूरबस्ती का नाम बदलकर 'श्रीराम पुरम' रखने की मांग की है। उन्होंने एक कदम आगे बढ़ाते हुए जनमत संग्रह शुरू कर दिया है। विधायक करनैल सिंह ने इसे जनता की मांग बताया और जनमत संग्रह की शुरुआत कर दी।
राजनीतिक मुद्दा न बनाएं
उनका कहना है कि इसका नाम बस्ती था लेकिन अब यहां पर बड़ी इमारतें हैं, अच्छी गलियां और बाजार हैं। इसके कारण लोगों ने मत दिया है कि इसका नाम बस्ती से बदलकर श्रीराम पुरम किया जाए। उन्होंने कहा कि हमें इस मुद्दे को राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाना चाहिए।
60 हजार से ज्यादा लोगों ने किए दस्तखत
भाजपा विधायक ने बताया कि शकूरबस्ती का नाम बदलकर श्रीराम पुरम करने के लिए जनमत संग्रह के लिए एक फॉर्म बनाया गया है। इस फॉर्म पर लगभग 60 हजार लोग हस्ताक्षर कर चुके हैं। इस फॉर्म पर क्षेत्र की लगभग 90 फीसदी जनता से हस्ताक्षर लेकर सरकार और संगठन से नाम बदलने की मांग की जाएगी।
आखिर क्यों बदलना चाहते हैं नाम?
विधायक करनैल सिंह ने कहा कि कुछ लोग नाम बदलने को राजनीतिक मुद्दा बना रहे हैं। हालांकि ऐसा नहीं है। इस जगह का नाम बदलना लोगों की भावना से जुड़ा हुआ है। लोग भगवान राम से प्यार करते हैं और वे उनके पदचिह्नों पर चलें, इसके लिए शकूरबस्ती का नाम श्रीराम पुरम करने का फैसला लिया गया है।