Online Gaming: दिल्ली पुलिस ने Satta King को दी पटखनी, एक गलती पूरे गिरोह पर पड़ी भारी
दिल्ली पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग धोखाधड़ी से जुड़े इस गिरोह के 5 आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है। ये सभी मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। जानें कैसे पकड़ा गया ये गिरोह...
नोएडा पुलिस को ऑनलाइन गेमिंग के खिलाफ मिली बड़ी सफलता।
दिल्ली पुलिस ने इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक बड़े सिम तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस गिरोह से जुड़े 5 आरोपियों को अरेस्ट किया है, जो कि मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। पूछताछ में पता चला है कि ये भोले भाले लोगों को लालच देकर उनसे सिम लेते और दुबई जैसे देशों में भेज देते ताकि ऑनलाइन गेमिंग का कारोबार बिना परेशानी चल सके। बहरहाल, पुलिस की जांच जारी है ताकि इस गिरोह से जुड़ा कोई भी आरोपी बच न सके।
ऐसे हुआ सिम तस्करी गिरोह का पर्दाफाश
दिल्ली पुलिस ने बताया कि 15 फरवरी को IGI एयरपोर्ट पर CISF अधिकारी यात्रियों की जांच कर रहे थे। अधिकारियों ने देखा कि एक शख्स के पास ढेरों सिम हैं। जब नाम पूछा तो वो संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। इसके बाद तुरंत पुलिस को सूचित कर दिया। पुलिस ने जांच शुरू की तो पाया कि कुल 398 सिम हैं, जो कि एक्टिव है। जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया।
Satta King के लालच में फंस गया
पूछताछ में सुनील रावत ने बताया कि उसका दोस्त फैसज दुबई में काम करता है। उसने कहा था कि अगर सिम भेजेगा तो उसे 35000 रुपये देगा और सिम जितनी ज्यादा होंगी, प्रति सिम 2000 रुपये मिलेगा। साथ ही नौकरी देने का भी प्रस्ताव दिया था। उसने कहा कि वो इस ऑफर को ठुकरा नहीं सका और काम शुरू कर दिया।
सट्टा किंग के लिए इन्होंने सिम की व्यवस्था की
पूछताछ में बताया कि मध्य प्रदेश के अश्विनी कुमार और अंकित कुमावत ने सिमों को इकट्ठा करना शुरू कर दिया। वो लोगों को मुफ्त डेटा और कॉल का लालच देकर सिम लेते और आगे 500 रुपये में सुनील रावत को भेज देते। सुनील रावत इन सिमों को दुबई भेजता।
सट्टा किंग के खिलाफ कार्रवाई में 5 आरोपी अरेस्ट
पुलिस ने बताया कि उज्जैन निवासी अंकित कुमावत, देवास निवासी अश्विनी कुमार को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में अश्विनी ने बताया कि उसके छोटे भाई मनीष ने उसे फैसल से मिलवाया था। मनीष भी छोटा व्यवसाय चलाता है, उसे भी अरेस्ट कर लिया। इसके अलावा उसके सहयोगी लोकेंद्र सेंधव और द्वारका प्रसाद को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। अभी तक फैसल फरार है। पुलिस का कहना है कि उसकी गिरफ्तारी के बाद कई अन्य आरोपियों तक पहुंचने में मदद मिलेगी।