Delhi Rain: मानसून अब दिल्ली के लोगों को नहीं देगा दगा, IMD ने बताई बारिश की पक्की डेट
मई में झमाझम बारिश के बाद अब मानसून में दिल्ली के लोग उमस भरी गर्मी का सामना कर रहे हैं। लेकिन, अब IMD ने ऐसी अपडेट दी है, जिससे मौसम को लेकर तमाम शिकायतें दूर हो जाएंगी।
दिल्ली में मानसून की नाराजगी के चलते एक तरह से 'सूखे' की स्थिति बनी है। मौसम के इस बदले मिजाज ने आईएमडी वैज्ञानिकों को भी 1-2 बार नहीं, बल्कि कई बार गलत साबित कर दिया है। यही वजह है कि मई महीने में झमाझम बारिश के बाद अब मानसून सीजन में लोग गर्मी और उमस का सामना कर रहे हैं। हालांकि बीच-बीच में बारिश हुई है, लेकिन मानसून के लिहाज से देखा जाए तो लोगों की अपेक्षाओं के अनुरूप कम है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दिल्ली में हर साल मानसून मई महीने के अंत तक आता है और सितंबर तक बारिश का दौर चलता रहता है। ऐसे में इस अवधि के दौरान दिल्ली में हर साल 640 एमएम बारिश होती है। अगर पूरे साल की बात करें तो लगभग 775 एमएम तक बारिश होती है। मौसम विभाग की मानें तो 2025 के मई महीने में कुल 186.4 एमएम बारिश हुई थी, जिसने साल 1901 का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। इसे देखते हुए मौसम वैज्ञानिकों ने दावा किया था कि मानसून का सीजन पिछले सभी सालों का रिकॉर्ड तोड़ सकता है।
मौसम विभाग ने भी दावा किया था कि इस बार मानसून तय समय से 4-5 दिन पहले ही दिल्ली में दस्तक दे देगा, लेकिन यह भविष्यवाणी सच साबित नहीं हो पाई। इसके बाद दावा हुआ था कि एक सप्ताह बाद 28-29 जून तक मानसून दिल्ली पहुंच जाएगा। हालांकि कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी और मध्यम बारिश दर्ज हुई, लेकिन मानसून जैसी बारिश नहीं देखी गई।
जून 2025 में कितनी एमएम बारिश?
आईएमडी की जून 2025 की रिपोर्ट के मुताबिक, इस महीने 424.7 एमएम बारिश हो चुकी है। सफदरजंग केंद्र पर 107 एमएम, पालम में 90.4 एमएम, लोधी रोड 99.2 एमएम, रिज में 67 एमएम और आया नगर में 61 एमएम बारिश दर्शायी गई है। जलवायु विज्ञान 1971-2020 के मुताबिक सामान्य बारिश की बात करें तो सफदरजंग केंद्र पर 74.1, पालम में 68.8, लोधी रोड 74.1, रिज में 60.7 और आया नगर में 69.9 एमएम बारिश होती है। नीचे आंकड़ों पर गौर करेंगे तो पाएंगे कि आया नगर को छोड़कर बाकी सभी केंद्रों पर सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है।
दिल्ली में लगातार तेज बारिश कब होगी?
दिल्ली में 7 जुलाई को हुई बारिश ने लोगों को उमस की निजात दिला दी थी, लेकिन आज अगले दिन यानी 8 जुलाई को फिर से लोगों को उमस का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग ने 8 जुलाई के लिए बारिश की भी संभावना जताई थी, लेकिन मायूसी का सामना करना पड़ा। आज 9 जुलाई को आसमान पर बादल छाए रहेंगे, लेकिन बारिश की संभावना नहीं जताई गई है। अगर 10 जुलाई की बात करें तो इस दिन से मानसून की बारिश शुरू हो जाएगी। मौसम विभाग ने 10 जुलाई से 14 जुलाई के बीच गरज चमक और ओलावृष्टि के साथ भारी बारिश की संभावना जताई है। आगे जानिये मानसून ने कब-कब दिया दिल्ली के लोगों को धोखा...
मानसून ने कब-कब दिया धोखा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 1960 से लेकर 2024 के बीच की अवधि देखें तो मानसून जुलाई महीने में ही दिल्ली पहुंच पाता है। 2024 तक मानसून 33 बार जुलाई महीने में दिल्ली पहुंचा था, जबकि 32 बार जून महीने में पहुंचा था। अगर इस साल को शामिल कर लिया जाए तो मानसून के जुलाई पहुंचने का आंकड़ा बढ़कर 34 हो गया है। आंकड़ों पर नजर डालें तो 1987 में मानसून के दिल्ली पहुंचने में खासी देरी हो गई थी। उस साल मानसून की हवाएं 27 जुलाई तक दिल्ली पहुंची थी।