दिल्ली के डॉक्टरों का कमाल: महज 30 मिनट में मरीज के पेट से निकाला 8 सेमी लंबा चम्मच, सफल रहा ऑपरेशन

Delhi Hospital Major Abdominal Surgery: दिल्ली के एक प्राइवेट अस्पताल में डॉक्टरों ने मरीज के पेट में फंसी 8 सेमी लंबाई की चम्मच बाहर निकाला। ऑपरेशन के 24 घंटे बाद मरीज को स्थिर हालत में अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

Updated On 2025-06-17 17:20:00 IST

दिल्ली के डॉक्टरों ने व्यक्ति के पेट से निकाला चम्मच।

दया राम/नई दिल्ली: दिल्ली के प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टरों ने एक व्यक्ति के पेट से 8 सेमी का चम्मच निकालकर सफलतापूर्वक सर्जरी की। शालीमार बाग में फोर्टिस अस्पताल में एक 30 वर्षीय पुरुष की दुर्लभ और असामान्य इमरजेंसी मेडिकल एंडोस्कोपिक सर्जरी की गई। डॉ. रमेश गर्ग, सीनियर डायरेक्टर एवं एचओडी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, फोर्टिस हॉस्पिटल शालीमार बाग के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने गैस्ट्रोइंटेस्टिनल एंडोस्कोपी प्रक्रिया को 30 मिनट में पूरा किया और मरीज को अगले ही दिन स्थिर हालत में अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।

पेट में फंसा था 8 सेमी लंबाई का चम्मच
मरीज को उत्तरी दिल्ली में मल्टी सुपर-स्पेशलिटी हॉस्पिटल्स में शुरुआती जांच के बाद फोर्टिस शालीमार बाग के इमरजेंसी विभाग को रेफर किया गया था। जब मरीज यहां आए थे तो उनकी हालत स्थिर दिखाई दे रही थी। यहां उनके पेट के एक्स-रे समेत तत्काल डायग्नोस्टिक इमेजिंग की गई, जिससे पता चला कि उनकी आंत के ऊपरी हिस्से में एक धातु का चम्मच फंसा हुआ था। मरीज की एनेस्थीसिया में तत्काल इमरजेंसी अपर गैस्ट्रोइंटेस्टिनल एंडोस्कोपी की गई। सर्जिकल टीम ने फोरसेप की मदद से सावधानीपूर्वक मरीज के पेट से चम्मच निकाला। इस सर्जरी के बाद उन्हें 24 घंटे तक निगरानी में रखा गया। इस दौरान वह पूरी तरह स्थिर थे और उन्हें बिना किसी परेशानी के हेल्दी कंडीशन में डिस्चार्ज किया गया।

सर्जरी के बाद क्या बोले डॉक्टर?
इसके बारे में जानकारी देते हुए , डॉ रमेश गर्ग ने कहा, 'यह काफी दुर्लभ और चुनौतीपूर्ण मामला था। चम्मच जैसी किसी धातु की वस्तु को निगलने से काफी जटिलताएं पैदा हो सकती हैं, खासतौर पर यदि वह छोटी आंत के ऊपरी हिस्से में फंस जाए तो यह वाकई खतरनाक हो सकता है। ऐसे में समय पर डायग्नोसिस और इंटरवेंशन काफी महत्वपूर्ण होता है। हमारी टीम ने एनेस्थीसिया के साथ इमरजेंसी अपर जीआई एंडोस्कोपी की और बेहद सटीकता के साथ 8 से.मी. लंबा चम्मच निकाला और इस प्रक्रिया में कोई आंतरिक चोट नहीं पहुंची। सर्जरी के बाद मरीज पर कड़ी नजर रखी गई और उन्हें स्थिर अवस्था में डिस्चार्ज किया गया। इस मामले ने जटिल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इमरजेंसी में तुरंत फैसला लेने और मल्टीडिसीप्लीनरी टीमों के बीच तालमेल के महत्व को रेखांकित किया।'

अस्पताल के फेसिलिटी डायरेक्टर, दीपक नारंग ने कहा, 'इस मामले ने फोर्टिस शालीमार बाग की क्लीनिकल विशेषज्ञता तथा इस प्रकार के दुर्लभ और जटिल मेडिकल इमरजेंसी के मामलों में तत्काल कार्रवाई करने की अस्पताल की क्षमता को रेखांकित किया। एंडोस्कोपी के जरिए 8 से.मी. आकार की धातु की चम्मच को केवल 30 मिनट में सफलतापूर्वक निकालने की हमारी योग्यता ने हमारे इमरजेंसी रिस्पांस प्रोटोकॉल्स की क्षमता को प्रदर्शित किया है। हम रफ्तार, सटीकता और परोपकारिता से युक्त वर्ल्ड-क्लास सुविधा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'

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