Divyang Park: दिल्ली में दिव्यांग पार्क खुलने में लगेगा समय, 1 साल पहले ही पूरा हो चुका है काम, जानें वजह
Divyang Park Delhi: दिल्ली में दिव्यांग पार्क लगभग एक साल पहले ही बनकर तैयार हो चुका है। हालांकि अभी भी इस पार्क को शुरू होने में समय लगेगा क्योंकि अब यहां एसटीपी बनाने का प्रस्ताव है।
दिल्ली का दिव्यांग पार्क।
Divyang Park Delhi: पूर्वी दिल्ली में यमुनापार में पहले दिव्यांग पार्क का काम लगभग एक साल पहले ही पूरा हो चुका था। इसे जल्द खोलने की बात भी चल रही थी लेकिन अब एक बार फिर इस पार्क को खोलने में समय लगने की खबर सामने आ रही है।कहा जा रहा है कि दिव्यांग पार्क को खुलने में अभी वक्त लगेगा। अब इस पार्क में एसटीपी बनाने का प्रविधान किया जा रहा है। इस काम को पूरा होने में लगभग 6 महीने का समय लग सकता है। अभी एसटीपी बनाने का प्रस्ताव रखा गया है और इसकी स्वीकृति मिलना बाकी है।
हालांकि सवाल ये है कि एक साल पहले तैयार हुए इस पार्क में एसटीपी लगाने के बारे में पहले क्यों नहीं सोचा गया। अगर पहले ही इस काम को पूरा कर लिया जाता, तो इसे अब तक खोला जा चुका होता।
कहां बनाया गया है दिव्यांग पार्क
बता दें कि ये दिव्यांग पार्क टिंबर मार्केट वाली लोनी रोड स्थित दो एकड़ भूखंड में बना है। इस पार्क में प्रवेश करने से लेकर अंदर पैदल पथ दिव्यांगों के अनुसार बनाए गए हैं। यहां सीढ़ियों के साथ ही रैंप बनाया गया है ताकि दिव्यांग व्हीलचेयर पर बैठकर आसानी से अंदर जा सकते हैं। यहां बैठने के लिए बेंच लगाई गई हैं।
दिव्यांगों की सुविधा के लिए बनाया गया ओपेन जिम
वहीं दृष्टिबाधितों के लिए पैदल पथ पर पीले रंग के स्पर्शीय टाइल्स लगाए गए हैं। इसके जरिए वे आसानी से चल और वहां मौजूद चीजों को समझ सकेंगे। यहां पर झोपड़ी आकार में बैठक भी बनाई गई है। इसमें ओपन जिम भी बनाए गए हैं। जिम के उपकरण दिव्यांगों के अनुसार रखे गए हैं। यहां दिव्यांग आर्म साइकिल, आर्म एक्सरसाइजर, आर्म एक्सटेंशन, पुलअप रैक और चेस्ट प्रेस जैसे तमाम उपकरण लगाए गए हैं।
बच्चों के लिए ये सुविधाएं
दिव्यांग बच्चों के मनोरंजन के लिए इस पार्क में काफी व्यवस्थाएं की गई हैं। पार्क के एक हिस्से में अलग-अलग तरीके के वाद्य यंत्र लगाए गए। इन यंत्रों में फ्री चाइम्स, रेनबो सांबा, पैपिलियो बेल, काजोन ड्रम, बाबेल ड्रम जैसे तमाम यंत्र मौजूद हैं। इन बच्चों को ध्यान में रखकर ही झूले लगाए गए हैं। झूलों पर सुरक्षा बेल्ट का प्रावधान रखा गया है। इनमें सीटर स्विंग, ईटर एमजीआर, सीटर स्प्रिंग सी-सा, व्हील चेयर स्विंग लगाया गया है। इस पार्क को अमृत योजना के तहत बनाया गया है और इसको बनाने में लगभग 90 लाख रुपए का खर्च आया है।