Delhi Crime: दिल्ली पुलिस ने दर्ज नहीं किया केस, तो कोर्ट पहुंचा पिता, डेढ़ साल बाद केस दर्ज
Delhi Crime: दिल्ली के न्यू अशोक नगर इलाके में एक कपल के बीच कुछ अनबन हुई, तो लड़के ने शादी करने से इनकार कर दिया। इसके बाद लड़की ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। डेढ़ साल बाद आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई है।
कड़कड़डूमा कोर्ट।
Delhi Crime: दिल्ली के न्यू अशोक नगर इलाके में एक कपल रहता था, जो जल्द शादी करने वाला था। घर वाले शादी के लिए तैयार थे। एक दिन दोनों में कुछ बात बिगड़ी और लड़की ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने लड़के पर हत्या का आरोप लगाया। इसके बावजूद पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। लड़की के पिता ने कड़कड़डूमा कोर्ट में न्याय की गुहार लगाई। पता चला कि लड़की का शव फंदे पर लटका हुआ मिलने से एक रात पहले लड़का फ्लैट में ही मौजूद था।
कोर्ट ने इसी बात को सबूत मानते हुए न्यू अशोक नगर पुलिस को केस दर्ज कर जांच करने के निर्देश दिए। इस तरह डेढ़ साल बाद न्यू अशोक नगर पुलिस ने एक सितंबर को आत्महत्या के लिए उकसाने को लेकर लड़के के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
जानकारी के अनुसार, सुनील कुमार पाल अपने परिवार के साथ उत्तराखंड के हरिद्वार में रहते हैं। 2019 में उनकी बेटी पलक न्यू अशोक नगर में किराए पर रहती थी। उसने कॉमर्स की डिग्री ली। इसके बाद नोएडा की एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करने लगी। वो मनजीत नाम के एक लड़के को पसंद करती थी। मंजीत उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का रहने वाला था। मंजीत अक्सर शादी और दूसरे समारोह में घर आता-जाता था।
एक फंक्शन के दौरान उसने पलक से वादा किया कि वो जल्द उससे शादी करेगा। दोनों के परिवार रिश्ते को राजी थे। इसके बाद 8 मार्च 2024 को लगभग 8.33 बजे पलक ने अपने पिता को कॉल किया, जिसे वो उठा नहीं सके। 8.47 बजे पिता ने पलक को वापस कॉल किया। पलक ने बताया कि मंजीत शादी करने से इनकार कर रहा है। कह रहा है कि अगर शादी का दबाव डाला, तो कुछ भी कर सकता है। उस समय मंजीत फ्लैट में ही था।
अगले दिन 9 मार्च 2024 को सुनील की शादी की सालगिरह थी। हालांकि इसके बावजूद पलक ने उन्हें कॉल नहीं किया। बड़ी बेटी घर आई, तो उसने न्यू अशोक नगर में रहने वाले एक दोस्त को फोन किया और वहां जाकर देखने को कहा। उस दोस्त ने फोन पर सूचना दी कि पलक फंदे से लटकी हुई है। पिता ने मंजीत पर मर्डर करने का आरोप लगाया।
इसके बाद पुलिस ने 17 मार्च को सुनील को फोन कर कमरे से सामान ले जाने को कहा। इस दौरान कमरे से मंजीत के कपड़े और कई दस्तावेज मिले। इसके बाद उसके पिता सुनील को पता चला कि मनजीत और पलक एक ही फ्लैट में साथ ही रहते थे। 13 जून 2024 को सुनील ने पुलिस को शिकायत दी, जिस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। इसके बाद वो कड़कड़डूमा कोर्ट पहुंचे। 21 अगस्त 2025 को कोर्ट ने आदेश में कहा कि मनजीत ही वो आखिरी शख्स है, जो मृतका पलक के साथ था। इसके बाद कोर्ट ने मामला दर्ज करने और जांच करने के आदेश दिए।