Delhi University: नवरात्रि से पहले डीयू में वेज-नॉनवेज को लेकर बवाल, जानें पूरा मामला
दिल्ली विश्वविद्यालय स्थित गर्ल्स कॉलेज में शाकाहारी और मांसाहारी को लेकर चल रहा विवाद फिर से उभरने लगा है। छात्रों ने चेतावनी दी कि अगर नवरात्रि से पहले यह सिस्टम अलग नहीं होता तो व्यापक आंदोलन होगा।
डीयू में वेज और नॉनवेज को लेकर बवाल
दिल्ली यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में वेज और नॉनवेज खाने को लेकर चल रहा विवाद फिर से सुर्खियों आ गया है। छात्राएं शुद्ध शाकाहारी मेस को मिक्स मेस सिस्टम से पूरी तरह अलग करने की मांग कर रही हैं। छात्राओं का कहना है कि नवरात्रि शुरू होने वाली है, इसलिए इस विवाद का निपटारा होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम डीयू प्रशासन के खिलाफ व्यापक स्तर पर आंदोलन चलाएंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले एक साल से इस मुद्दे का समाधान करने के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन से कई स्तरों पर बातचीत की गई। हर बार आश्वासन दिया गया कि यह मामला सुलझा लिया जाएगा, लेकिन अभी तक इस पर कोई भी निर्णय सामने नहीं आया है।
छात्राओं का कहना है कि वेज मेस सिस्टम को मिक्स मेज सिस्टम से अलग करने की मांग को लेकर 12 मार्च को कुलपति, डीयूटीए के साथ ही प्रधानमंत्री कार्यालय, दिल्ली सीएम, यूपी सीएम को भी पत्र भेजा गया। लेकिन जब कोई जवाब नहीं आया तो दोबारा से 21 मार्च को रिमाइंडर लेटर लिखा।
छात्रों का कहना है कि अभी भी वेज और नॉनवेज मेस को अलग नहीं किया गया है। चूंकि नवरात्रि आने वाली है, लिहाजा डर रहता है कि कहीं नॉनवेज की प्लेट में खाना न खा लें क्योंकि वेज और नॉनवेज खाने के लिए अलग बर्तन और रसोईघर की व्यवस्था होनी चाहिए। छात्राओं का कहना है कि जब भी व्रत या त्योहार आता है, तब हमें बाहर जाकर खाना खाना पड़ता है।
इन छात्राओं का नेतृत्व कर रही छात्रा विजयता चौहान ने बताया कि यह भोजन की व्यवस्था का ही सवाल नहीं बल्कि अस्मिता और स्वतंत्र विकल्प से जुड़ा संवेदनशील सवाल है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को अपनी चिंताओं से समय-समय पर अवगत कराया, लेकिन अभी तक प्रशासन इस मुद्दे को निपटाने की बजाए झूठे आश्वासन दे रही है। उन्होंने कहा कि अगर हमारी मांग को पूरा नहीं किया गया तो हम कैंपस में इसके खिलाफ आंदोलन चलाकर डीयू प्रशासन की बेरपरवाही और अंसवेदनशील निर्णयों के बारे में सबको बताएंगे।