Delhi: दिल्ली में प्रॉपर्टी होगी महंगी! सर्कल रेट बढ़ाने जा रही सरकार, मांगे सुझाव
Delhi Circle Rate: दिल्ली सरकार ने सर्कल रेट में संशोधन करने के लिए जनता से सुझाव मांगे हैं। सरकार का कहना है कि प्रॉपर्टी की स्थानीय कीमतों और सर्कल रेट में ज्यादा अंतर है, इसलिए बदलाव करना जरूरी है। जानें पूरी जानकारी...
दिल्ली में बढ़ सकते हैं प्रॉपर्टी के दाम।
Delhi Circle Rate: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रॉपर्टी का लेनदेन महंगा होने जा रहा है। दिल्ली सरकार शहर में अलग-अलग कैटेगरी की प्रॉपर्टी के वर्तमान सर्कल रेट में बदलाव करने की योजना बना रही है। नए सर्कल रेट लागू होने से जमीन की खरीद-फरोख्त महंगी होने की संभावना है। सर्कल रेट राज्य सरकार द्वारा तय किया गया न्यूनतम दाम है, जिससे कम पर प्रॉपर्टी बेची नहीं जा सकती है।
दिल्ली सरकार की ओर से बुधवार को एक पब्लिक नोटिस जारी किया गया। इसमें सरकार ने सर्कल रेट में बदलाव करने के लिए जनता से सुझाव मांगे हैं। राजस्व विभाग की ओर से जारी नोटिस में 15 दिन के अंदर सुझाव देने का आग्रह किया गया है। विभाग ने अपील की है कि रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए), उद्योग जगत, प्रॉपर्टी मालिकों और अन्य लोगों से सुझाव सरकार को भेजें।
पिछली बार कब बढ़े थे सर्कल रेट?
सर्कल रेट राज्य सरकार द्वारा तय की गई प्रॉपर्टी की दर होती है। इससे कम रेट पर प्रॉपर्टी का लेनदेन नहीं किया जा सकता है। राज्य सरकार जमीन, आवासीय, कमर्शियल और इंडस्ट्रियल प्रॉपर्टी का अलग-अलग सर्कल रेट तय करती है। इससे पहले साल 2008 में दिल्ली में कृषि भूमि के सर्कल रेट बढ़े थे। इसके बाद साल 2014 में कॉलोनियों के सर्कल रेट बढ़े थे। इसके बाद से दिल्ली में प्रॉपर्टी के सर्कल रेट में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है।
क्यों किया जा रहा बदलाव?
दिल्ली सरकार का कहना है कि पिछले कई सालों से सर्कल रेट में संशोधन नहीं किया गया है। इसके अलावा स्थानीय जमीन की कीमतों और सर्कल रेट में काफी ज्यादा अंतर है। सरकार का कहना है कि पूरे शहर में सर्कल रेट में स्थानीय स्थानीय जमीन की कीमतों और सर्कल रेट में भारी अंतर का हवाला देते हुए सरकार ने संशोधन का निर्देश दिया है। सरकार का मानना है कि पूरे शहर में सर्कल रेट स्ट्रक्चर में कई खामियां हैं, जिसके कारण इसमें संशोधन करने की जरूरत है।
दिल्ली में कितना है सर्कल रेट?
दिल्ली में आवासीय इस्तेमाल के लिए प्रॉपर्टी की कीमत इलाकों के हिसाब से अलग-अलग तय की गई है। सरकार ने 'ए' से लेकर 'एच' तक इलाकों को कैटेगरी में बांटा है। इसके अनुसार, 'ए' कैटेगरी में आने वाले इलाकों जैसे जोरबाग, वसंत विहार और गोल्फ लिंक्स में सर्कल रेट 7.74 लाख रुपये प्रति स्क्वायर मीटर है। वहीं, सबसे कम दरें 'एच' कैटेगरी के इलाकों में है, जो ज्यादातर बाहरी दिल्ली में आते हैं। इन इलाकों में सर्कल रेट 23,280 रुपये प्रति स्क्वायर मीटर है।
ऐसे दे सकेंगे सुझाव
दिल्ली सरकार ने सर्कल रेट में संशोधन के लिए जनता से सुझाव मांगे हैं। ऐसे में जो लोग अपना सुझाव देना चाहते हैं, वो suggestionondelhicirclerates@gmail.com ईमेल पर सुझाव भेज सकते हैं।