Delhi Police: वीजा खत्म होने के बाद भारत रुके 2 बांग्लादेशी नागरिक, दिल्ली पुलिस ने ऐसे पकड़ा
Delhi Police: दिल्ली पुलिस ने 2 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है। उन्हें डिपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
दिल्ली पुलिस ने 2 अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पकड़ा।
Delhi Police Detained Illegal Bangladeshi: साउथ-वेस्ट दिल्ली पुलिस ने महिपालपुर से 2 अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को हिरासत में लिया है। इनकी पहचान मोहम्मद अब्दुल अजीज मियां और मोहम्मद रफीकुल इस्लाम के रूप में की गई है। पुलिस ने बताया कि ये दोनों वीजा खत्म होने के बाद भी भारत में रह रहे थे। पूछताछ करने पर पता चला कि ये दोनों अवैध प्रवासी 2 साल पहले भारत आए थे। उनका वीजा खत्म हो गया था, लेकिन फिर भी ये भारत में रुके रहे।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, सूचना मिली थी कि महिपालपुर में एक अवैध प्रवासी रुका हुआ है। इस सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई की। अब इन अवैध प्रवासियों को डिपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
कैसे पकड़े गए अवैध प्रवासी?
यह कार्रवाई साउथ-वेस्ट जिले के ऑपरेशन सेल द्वारा की गई है। दरअसल, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि महिपालपुर इलाके में एक अवैध प्रवासी रहने की जगह तलाश रहा है। गुप्त सूचना पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची, तो 2 संदिग्ध लोगों की पहचान की गई। जांच करने पर पता चला कि दोनों अवैध प्रवासी हैं।
पुलिस ने उन दोनों से वैलिड वीजा और अन्य दस्तावेज मांगे, जिससे पता चला कि उनका वीजा खत्म हो गया है। इसके बावजूद वे दोनों भारत में रुके हुए थे। पुलिस ने उन दोनों को डिपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। फॉरेनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस (एफआरआरओ), दिल्ली की मदद से इन्हें वापस भेजा जाएगा।
अवैध प्रवासियों पर एक्शन जारी
राजधानी दिल्ली में अवैध प्रवासियों के खिलाफ एक्शन जारी है। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस की ओर लगातार कार्रवाई की जा रही है। यह कार्रवाई दिल्ली में अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ चलाई जा रही स्पेशल ड्राइव का ही हिस्सा है। अधिकारी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें बांग्लादेशी नागरिक वीजा ओवरस्टे कर रहे थे।
ऐसे में उन्हें डिपोर्ट करना पुलिस की प्राथमिकता है। पुलिस के अनुसार, सितंबर महीने में दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से 25 से अधिक बांग्लादेशी प्रवासियों को हिरासत में लिया गया है। इन्हें एफआरआरओ की मदद से डिपोर्ट कर दिया गया।