Delhi Police: दिल्ली में पकड़े गए 10 अवैध बांग्लादेशी, सर्जरी कराकर छिपाई थी पहचान

Illegal Bangladeshi Detained: दिल्ली पुलिस ने 10 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है। इन सभी लोगों ने जेंडर-अफर्मिंग सर्जरी कराई थी, जिससे ये महिलाओं की तरह दिख सकें।

Updated On 2025-10-07 17:28:00 IST

दिल्ली में पकड़े गए 10 अवैध बांग्लादेशी ट्रांसजेंडर।

Bangladeshi Transgenders Detained: दिल्ली के उत्तर पश्चिमी जिले की विदेशी शाखा की 3 टीमों ने अलग-अलग अभियान में 10 बांग्लादेशी ट्रांसजेंडर को गिरफ्तार किया है। इनमें से 8 को शालीमार गार्डन से पकड़ा गया है, जबकि दो नागरिकों को महेंद्रा पार्क क्षेत्र से हिरासत में लिया गया है। जांच करने पर पता चला कि ये सभी बांग्लादेशी नागरिक अवैध रूप से भारत में रह रहे थे। ये सभी दिन के समय भीख मांगते थे और फिर रात में आपत्तिजनक गतिविधियों में शामिल थे। इन अवैध बांग्लादेशियों ने महिलाओं जैसा दिखने के लिए जेंडर-अफर्मिंग सर्जरी कराई थी।

दरअसल, पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक हैदरपुर मेट्रो और महेंद्रा पार्क के नई सब्जी मंडी के आसपास देखे गए हैं। लोगों को इन पर शक था। इसके बाद पुलिस ने मुखबिर की मदद से इलाके में छापेमारी की। पुलिस ने इस कार्रवाई के दौरान 8 संदिग्धों को शालीमार गार्डन के पास से पकड़ा।

दस्तावेजों की जांच करने पर हुआ खुलासा

इसके अलावा पुलिस ने 2 बांग्लादेशी नागरिकों को थाना महेंद्रा पार्क के पस रोक लिया। पुलिस ने उनसे पूछताछ की, लेकिन उनके हाव भाव कुछ ठीक नहीं लगे। पुलिस को उन पर शक हुआ, जिसके बाद कड़ी पूछताछ की गई। अवैध बांग्लादेशियों ने खुद को भारतीय नागरिक बताया। इस पर पुलिस ने उनके दस्तावेजों की जांच की, तो पता चला कि उनके बांग्लादेश से गहरे संबंध हैं।

जांच में उनके मोबाइल की गैलरी, सोशल मीडिया अकाउंट और डिजिटल फुटप्रिंट से साफ हो गया कि वे बांग्लादेशी नागरिक हैं। ऑनलाइन गतिविधियों और बांग्लादेशी खातों से जुड़ाव के आधार पर यह साफ हुआ कि यह सभी बांग्लादेशी नागरिक हैं, जो अवैध रूप से भारत में रह रहे हैं। इसके बाद इन सभी को हिरासत में ले लिया गया।

क्यों कराई जेंडर-अफर्मिंग सर्जरी?

पुलिस ने पूछताछ के दौरान सभी आरोपियों के इंस्टाग्राम अकाउंट्स चेक किए, जिनमें बांग्लादेश के कई जगहों के फोटो मिले। इसके अलावा आरोपियों ने खुद कबूल किया कि उन्होंने अपनी पहचान छिपाने के लिए जेंडर-अफर्मिंग सर्जरी भी कराई थी। वे महिलाओं जैसा दिखने के लिए मेकअप, साड़ी और विग का इस्तेमाल करते थे, जिससे आसानी से भीड़ में घुल-मिल सकें। साथ ही ये सभी आरोपी अपनी आवाज और शारीरिक हाव भाव भी स्त्रियों की तरह रखते थे, जिससे किसी को उन पर शक न हो।

डिपोर्ट की प्रक्रिया शुरू

दिल्ली पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 7 मोबाइल फोन बरामद किए। इनमें प्रतिबंधित आईएमओ ऐप इंस्टॉल पाया गया। साथ ही 10 बांग्लादेशी राष्ट्रीय पहचान पत्र भी मिले हैं। कड़ी पूछताछ के बाद सभी आरोपियों ने कबूल किया कि वे बांग्लादेशी नागरिक हैं। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ विदेशी अधिनियम, 1946 के तहत मामला दर्ज किया है। अब इन अवैध बांग्लादेशियों को एफआरआरओ की मदद से डिपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

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