Delhi Police: दिल्ली पुलिस ने मारा छापा, भारी मात्रा में नशीली दवाइयां बरामद
दिल्ली की अपराध शाखा को सूचना मिली थी कि नजफगढ़ के गोपाल नगर में मून मेडिकोज चलाने वाला वीरेंद्र सिंह नशीली दवाओं की तस्करी में संलिप्त है। इस पर जाल बिछाकर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने नशे के खिलाफ की कार्रवाई।
दिल्ली पुलिस के एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) के अधिकारियों ने 'नशा मुक्त भारत' अभियान के तहत नजफगढ़ के एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारा। छापामारी के दौरान मौके से 291 ग्राम ट्रामाडोल हाइड्रोक्लोराइड कैप्सूल के रूप में, 12 ग्राम अल्प्राजोलम टैबलेट के रूप में, 13 एम्पुल पेंटाज़ोसिन इंजेक्शन और 29 बोतलें कोडीन फॉस्फेट सिरप (प्रत्येक 100 मिली) बरामद की गईं। आरोपी वीरेंद्र सिंह को अरेस्ट कर लिया है।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि सूचना मिली थी कि नजफगढ़ के गोपाल नगर में मून मेडिकोज चलाने वाला वीरेंद्र सिंह नशीली दवाओं की तस्करी में संलिप्त है। अपराध शाखा में तैनात उपनिरीक्षक विकास दीप ने यह तुरंत सूचना आला अधिकारियों से साझा की। इसके बाद आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया। निगरानी के दौरान वीरेंद्र सिंह की भूमिका संदिग्ध नजर आई। ऐसे में पूरी तरह से आश्वस्त होने के बाद मून मेडिकल स्टोर पर छापा मारा गया।
अधिकारियों ने बताया कि मून मेडिकोज चलाने वाले साइकोट्रोपिक दवा आपूर्तिकर्ता वीरेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया। तलाशी के दौरान उसके पास से 291 ग्राम ट्रामाडोल हाइड्रोक्लोराइड कैप्सूल के रूप में, 12 ग्राम अल्प्राजोलम टैबलेट के रूप में, 13 एम्पुल पेंटाज़ोसिन इंजेक्शन और 100-100 एमएल वाली 29 बोतलें कोडीन फॉस्फेट सिरप बरामद की गईं। इस संबंध में केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि साइकोट्रोपिक दवाएं दो अन्य स्रोतों से खरीदी थीं। बताया कि एसआरपी से तीन गुना अधिक दामों पर इन नशीली दवाओं को बेचा जा रहा था। पीसी रिमांड के दौरान आरोपी वीरेंद्र सिंह ने इसके अलावा भी कई खुलासे किए हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की जा रही है। जब तक इस पूरे नेटवर्क को ध्वस्त नहीं किया जाएगा, तब तक यह कार्रवाई जारी रहेगी।