Delhi: दिल्ली में जन्माष्टमी पर इस्कॉन मंदिर की सुरक्षा में चूक, 8 पुलिसकर्मी सस्पेंड
Delhi Police: दिल्ली में जन्माष्टमी के अवसर पर इस्कॉन मंदिर में सुरक्षा चूक के मामले में 8 पुलिसकर्मियों की सस्पेंड कर दिया गया। नीचे पढ़ें पूरा मामला...
दिल्ली के सब- इंस्पेक्टर ने मांगी रिश्वत।
Security Lapses In Iskcon: दिल्ली के इस्कॉन मंदिर में सुरक्षा चूक का मामला सामने आया है। 16 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर दिल्ली के इस्कॉन मंदिर की सुरक्षा में लापरवाही बरतने के कारण 8 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। शनिवार को दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसबीके सिंह जन्माष्टमी के असवर पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए मंदिर के दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्हें मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था में खामियां मिलीं, जिसके बाद उन्होंने तत्काल कार्रवाई की।
पुलिस कमिश्नर ने लापरवाही बरतने वाले इंस्पेक्टर और सब-इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों समेत 8 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने का आदेश दिया। पुलिस कमिश्नर एसबीके सिंह ने कहा कि सुरक्षा में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
ड्यूटी के दौरान गायब थे पुलिसकर्मी
इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि जन्माष्टमी के अवसर पर साल इस्कॉन मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं, जिनकी सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए जाते हैं। इस साल भी जन्माष्टमी पर्व पर मंदिरों और धार्मिक स्थलों पर कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। इसी दौरान जब पुलिस कमिश्नर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए इस्कॉन मंदिर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि मंदिर परिसर के एक महत्वपूर्ण स्थान पर कोई सुरक्षाकर्मी तैनात नहीं था। इससे वहां पर तैनात पुलिसकर्मियों की तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर चिंताएं देखने को मिलीं।
शाहबाद डेयरी थाने के प्रभारी को चेतावनी
दिल्ली के पुलिस कमिश्नर ने सुरक्षा की लापरवाही के मामले में 8 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। इसके साथ ही कमिश्नर ने शाहबाद डेयरी थाने के प्रभारी को सख्त चेतावनी भी दी। इस क्षेत्र का कुछ हिस्सा शाहबाद डेयरी थाने के अधिकार में भी था। सस्पेंड किए गए पुलिसकर्मियों में इंस्पेक्टर और सब-इंस्पेक्टर शामिल हैं। इन्हें मंदिर के सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कमिश्नर एसबीके सिंह ने सभी जिला पुलिस आयुक्तों को सख्त निर्देश दिए हैं कि संवेदनशील धार्मिक स्थलों पर व्यक्तिगत रूप से निगरानी की जाए। इसके साथ ही पुलिसकर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की जाए।