Delhi History Today:: आज ही के दिन दिल्ली की गद्दी पर बैठा था औरंगजेब, बाप को जेल में डाला और भाइयों का कराया कत्ल

Delhi History Today: औरंगजेब ने 4 जून को दिल्ली की सल्तनत पर कब्जा किया ता। इसके बाद उसने विश्वासघात में अपने तीनों भाईयों की और पिर अपने पिता की हत्या कर दी थी।

Updated On 2025-06-04 15:28:00 IST

Delhi History Today: 366 साल पहले आज ही के दिन औरंगजेब दिल्ली मुगल बादशाह बना, गद्दी के नशे में उसने अपने ही भाइयों की हत्या कर दी और बाप को जेल में डाल दिया। उसने कई हिन्दू मंदिर तुड़वा दिए और सिखों के नौवें गुरु तेग बहादुर को मरवा दिया। हिन्दुस्तान में जजिया कर को लागू कर दिया, जो सिर्फ गैर-मुस्लिमों से लिया जाता था।

366 साल पहले 4 जून 1659 दिल्ली के लिए काला दिन साबित हुआ। इस दिन औरंगजेब ने दिल्ली पर कब्जा किया और वो दिल्ली का बादशाह बन गया। औरंगजेब, मुगल शासकों में सबसे क्रूर और निर्दयी शासक था। जिसने गद्दी पाने के लिए ना सिर्फ अपने भाईयों की हत्या की, बल्कि अपने बाप को भी जेल में डाल दिया। इस तरह औरंगजेब के बादशाह बनने के नशे ने पूरे परिवार को ही खत्म कर दिया। ये दिन इतिहास के पन्नों में बुरे सपने की तरह हमेशा के लिए दर्ज हो गया।

अपने ही पिता को जेल में बेड़ियों से किया कैद

क्रूर शासक औरंगजेब ने गद्दी पर बैठने के लिए क्रूरता की सारी हदें पार कर दी थीं। उसने अपने ही पिता मुगल बादशाह शाहजहां को जेल बन्दी बना कर रखा था। सत्ता के लालच ने उसे इस कदर अंधा बना दिया कि उसने अपने तीन भाइयों दारा शिकोह, शाह शुजा और मुराद बख्श की हत्या कर दी। इतिहासकार जदुनाथ सरकार की किताब हिस्ट्री ऑफ ऑरंगजेब(1912) के अनुसार, औरंगजेब कूटनीति से नहीं बल्कि धोखे और सैन्य शक्ति का इस्तेमाल कर दिल्ली की सत्ता पर काबिज हुआ था।

औरंगजेब ने लड़े थे ये युद्ध

धर्मट का युद्ध (1658)- औरंगजेब ने अपने ही भाई दारा शिकोह से सन 1658 में युद्ध किया था। इन दोनों के बीच का युद्ध दारा मध्य प्रदेश में हुआ।

समूगढ़ का युद्ध(1658)- समूगढ़ का युद्ध दारा शिकोह और औरंगजेब के बीच आगरा के पास लड़ा गया थी। इस युद्ध में मुराद बख्श ने अपने भाई औरंगजेब का साथd दिया और दारा सिकोह को शिकस्त दी। इसके बाद दारा सिकोह युद्ध का मैदान छोड़कर ग्वालियर भाग गया। हालांकि बाद में 1659 में उसे पकड़कर उसका सिर कलम कर दिया गया।

खजवा का युद्ध (1659) - यह युद्ध खजवा (उत्तर प्रदेश) में लड़ा गया। ये युद्ध औरंगजेब और शाह शुजा के बीच लड़ा गया। इसमें शाह शुजा हारकर अराकान (म्यांमार) भाग गया। बाद में औरंगजेब ने इसका विश्वासघात कर कत्ल करवा दिया।

मराठों के खिलाफ युद्ध (1681-1707)- औरंगजेब ने मराठा शासक शिवाजी महाराज और बाद में उनके बेटे संभाजी महाराज के खिलाफ युद्ध लड़ा था। ये काफी लंबी और थकाऊ जंग रही। औरंगजेब ने 1689 में संभाजी को पकड़कर उनकी हत्या कर दी थी।

  • इसके बाद औरंगजेब ने विश्वासघात कर मुराद को ग्वालियर में कैद कर लिया और 1661 में उसका कत्ल करवा दिया।
  • वो यहीं नहीं रुका उसने अपने पिता शाहजहां को आगरा के किले में नजरबंद कर दिया और 1666 में शाहजहां की मौत हो गई।
  • बता दें कि औरंगजोब को ये सभी अपने रास्ते के कांटे लगते थे। इस तरह औरंगजेब ने अपने ही हाथों अपने पूरे परिवार को खत्म कर दिया।

औरंगजेब की क्रूरता उदाहरण

  • औरंगजेब ने 1679 में गैर मुस्लिमों पर जजियाकर लगाकर उनका शोषण किया।
  • बनारस में काशी विश्वनाथ और मथुरा में केशव राय मंदिर जैसे कई मंदिरों का विनाश किया।
  • औरंगजेब ने सिखों के नौवें गुरु तेग बहादुर को सन् 1675 में फांसी दी। ये सिख समुदाय के प्रति औरंगजेब की क्रूरता का सबसे बड़ा उदाहरण माना जाता है।
  • 1707 में औरंगजेब की मौत हो गई और उसके बाद मुगल साम्राज्य कमजोर होने लगा।
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