Delhi Police ASI Arrested: 'ये पैसे वहां चायवाली को दे देना', घूस लेने के आरोप में महिला और ASI गिरफ्तार
दिल्ली में फिल्मी स्टाइल में घूस लेने वाले एक ASI और एक चाय की दुकान चलाने वाली महिला को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस की विजिलेंस टीम ने जाल बिछाकर दोनों को रंगे हाथ पकड़ा है।
Delhi govindpuri ASI sushil sharma arrested
Delhi crime: सोशल मीडिया पर कई बार ऐसी वीडियोज वायरल होती हैं, जिसमें देखा गया कि पुलिस या ट्रैफिक पुलिस के जवान रिश्वत लेते हैं। कई बार वे रिश्वत खुद नहीं लेते बल्कि आसपास की दुकानों, वेंडर्स, चाय वालों आदि के जरिए रिश्वत लेते हैं। वे लोगों से कहते हैं कि ये पैसे उस दुकान वाले को दे देना। ऐसा ही एक मामला दिल्ली के गोविंदपुरी से सामने आया है, जहां एक ASI ने फिल्मी अंदाज में रिश्वत मांगी, जिसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया।
गोविंदपुरी थाने के एएसआई सुशील शर्मा और उसके साथियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि ASI ने एक मजदूर शिकायतकर्ता से 10 हजार रुपये की डिमांड की थी। उस पर थाने के नजदीकी एक चाय की दुकान चलाने वाली महिला के जरिए रिश्वत लेने का आरोप भी लगा है। विजिलेंस यूनिट ने एएसआई और उस महिला को गिरफ्तार कर लिया है।
विजिलेंस यूनिट की तरफ से एक रिलीज में दावा किया गया है कि दो परिवारों के बीच झगड़े में एएसआई सुशील जांच अधिकारी की भूमिका निभा रहे थे। दोनों परिवारों के बीच झगड़े को शांत कराने के लिए सुशील ने जांच से उसका नाम हटाने के लिए 10,000 रुपये की डिमांड की थी। शिकायतकर्ता एक दिहाड़ी मजदूर है, जिससे इस 10,000 की डिमांड की गई। इसी मजदूर ने जांच अधिकारी पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। शिकायतकर्ता ने अधिकारी को पहले 5,000 रुपये दे दिए थे। पीड़ित ने बताया कि और रुपए न होने के कारण वह दूसरी 5,000 हजार कि किस्त नहीं दे पा रहा था।
पीड़ित ने विजिलेंस यूनिट से संपर्क किया और सारा मामला बताया। साथ ही ये भी बताया कि एएसआई ने बाकी की बची हुई रकम पास की चाय की दुकान चलाने वाली महिला को देने को कहा था। विजिलेंस टीम ने जानकारी लेकर ट्रैप बिछाया। शिकायतकर्ता को 5000 रुपए लेकर दुकान वाली महिला को देने के लिए कहा गया। महिला के पास से जब यह रकम एएसआई के पास पहुंची, तो मौके पर मौजूद विजिलेंस टीम ने चाय वाली और आरोपी एएसआई दोनों को गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि एएसआई सुशील 1990 में दिल्ली पुलिस में भर्ती हुए थे और वह पिछले दो साल ने गोविंदपुरी में तैनात हैं।
इस मामले का खुलासा होने के बाद दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने आरोपी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। वहीं विजिलेंस ने जनता को सलाह दी है कि अगर उनके साथ कोई भी पुलिसकर्मी या अधिकारी ऐसा करते हैं, तो वो इससे संबंधित शिकायत को पुलिस स्टेशन में दर्ज करवा सकते हैं।