Delhi Assembly: दिल्ली विधानसभा में 'फांसी घर' को लेकर हंगामा, आतिशी को सदन से निकाला

Delhi Assembly Ruckus: दिल्ली विधानसभा में फांसी घर को लेकर विवाद से जोरदार हंगामा हुआ। इस बीच नेता प्रतिपक्ष आतिशी को सदन से निकाल दिया गया।

Updated On 2025-08-06 18:22:00 IST
दिल्ली विधानसभा में नेता विपक्ष आतिशी।

Delhi Assembly Ruckus: दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान बुधवार को जोरदार हंगामा हुआ। विधानसभा परिसर में ब्रिटिशकालीन 'फांसी घर' को लेकर दोनों पक्षों के बीच जोरदार हंगामा शुरू हो गया। इसके कारण विधानसभा स्पीकर विजेंद्र गुप्ता के आदेश पर नेता प्रतिपक्ष आतिशी को मार्शलों ने सदन से बाहर निकाला। इसके साथ ही आप के विधायक प्रेम चौहान, जरनैल और कुलदीप को मार्शल आउट किया गया।

सदन से बाहर निकाले जाने के बाद आतिशी ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि सदन में कई जरूरी मुद्दों पर चर्चा होनी है। आतिशी ने कहा कि आज उन्होंने नियम 55 के तहत बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर चर्चा के लिए नोटिस दिया था, लेकिन कोई चर्चा नहीं हुई। 'आप' विधायक दल ने झुग्गियों को तोड़ने के मुद्दे का नोटिस दिया था, लेकिन कोई चर्चा नहीं हुई।

उन्होंने बताया कि पुराने वाहनों पर भी चर्चा की मांग की थी, लेकिन कोई चर्चा नहीं हुई। दिल्ली विधानसभा में कोई इतिहासकार, पुरातत्वविद् नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर अपनी आवाज उठाना चाहें, तो विधायकों को मार्शलों द्वारा बाहर निकाल दिया जाता है।

'इतिहास को बदलने की कोशिश'

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिरसा ने कहा कि बेईमान लोगों मे महान शहीदों का भी ठगा। उन्होंने कहा कि यहां पर एक टिफिन रूम है, पती नहीं वहां पर अंग्रेज क्या खाते थे। आप ने वहां शहीदों का नाम जोड़ दिया। मंत्री सिरसा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने लोगों का सिर शर्म से झुका दिया। उन्होंने कहा कि यह कहते हुए भी दुख हो रहा है कि एक विधायक ने कहा कि शहीद भगत सिंह ने यहां विधानसभा में बम फेंका था। मंत्री सिरसा ने दावा किया कि इतिहास को बदलने की कोशिश हो रही है। यही आम आदमी पार्टी की मानसिकता है।

क्या है पूरा विवाद?

दिल्ली विधानसभा परिसर में 'फांसी घर' के मामले पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच विवाद शुरू हो गया है। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में मिले एक कमरे को फांसी घर बताकर उद्घाटन किया था, लेकिन बीजेपी का दावा है कि वह टिफिन रूम में है। अब इस मुद्दे को लेकर दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस शुरू हो गई है। दिल्ली विधानसभा के स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने दावा किया कि विधानसभा परिसर में फांसीघर का कोई इतिहास नहीं है।

स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी के तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष ने दिखाया था कि यहां पर फांसीघर है, लेकिन नेशनल आर्काइव से पता चला कि 1911 में इमारत बनी थी। उस समय यह टिफिन रूम था न कि फांसी घर। उन्होंने बताया कि उस समय ऊपर के फ्लोर पर खाना पकाया जाता था, जिसे रस्सी के जरिए नीचे पहुंचाया जाता था। इसके लिए यहां पर लकड़ी की लिफ्ट लगाई गई थी।

विधानसभा के नीचे सुरंग का दावा भी गलत

दिल्ली विधानसभा के स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि पिछली आप सरकार ने दावा किया था कि दिल्ली विधानसभा में एक सुरंग है, जो लाल किला तक जाती है। उन्होंने बताया कि यह बिल्कुल गलत है। जब नक्शा देखा गया, तो पता चला कि ये वेंटीलेशन के लिए बनाया गया था।

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