Cyber Crime: दिल्ली में साइबर गेम में उड़ाई पिता की सैलेरी, फिर लापता हो गया छात्र
Cyber Crime: अगर आपका बच्चा भी अधिकांश समय ऑनलाइन इंटरनेट की दुनिया में बिताता है, तो सावधान हो जाइए। कहीं वो साइबर क्रिमिनल्स का शिकार न हो जाए। जहांगीरपुरी में ऐसा ही एक मामला सामने आया है।
Cyber Crime: आज के समय में बच्चे फोन और सोशल मीडिया से एडिक्ट हो गए हैं। वो अपना ज्यादातर समय ऑनलाइन बिताते हैं। हालांकि ये खतरनाक साबित हो सकता है। दरअसल, दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में ट्रेडिंग के 'साइबर गेम' में फंसकर एक छात्र ने अपने पिता की पूरी सैलेरी गंवा दी। जब अकाउंट खाली हो गया, तो बच्चा परेशान हो गया। इसके बाद उसने स्कैमर से चैट पर दांव पर लगाई रकम वापस करने की मिन्नतें रहता रहा। हालांकि स्कैमर पैसे मांगने की बजाय छात्र से और ज्यादा पैसे मांगने लगा।
जब बच्चे को पता चला कि उसके पिता बैंक जाकर पैसे निकालने वाले हैं, तो डर और तनाव के कारण वो 9 अक्टूबर को बिना बताए घर से चला गया। बेटे के अचानक लापता हो जाने से माता पिता परेशान हो गए और उन्होंने जहांगीरपुरी थाने में बेटे के लापता होने की शिकायत दी। बुधवार को छात्र का पेपर था, वहां परिवार और पुलिस स्कूल के बाहर सादा कपड़ों में तैनात हो गई। दोपहर के समय छात्र छिपते-छिपाते स्कूल पहुंचा, तो पुलिस ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद परिवार ने राहत की सांस ली। पुलिस ने बच्चे की काउंसलिग कराई है।
पुलिस और परिजनों ने बताया कि 11वीं कक्षा में पढ़ने वाला एक छात्र परिवार के साथ जहांगीरपुरी के K ब्लॉक में रहता है। उसके पिता एमसीडी में कॉन्ट्रैक्ट बेस पर जॉब करते हैं। छात्र के पिता ने पुलिस को शिकायत दी थी कि उनका बेटा अंशु जहांगीरपुरी के ही एक स्कूल में 11वीं की पढ़ाई कर रहा है। 9 अक्टूबर को सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे अंशु घर से निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। अंशु के पिता पैसे निकालने के लिए बैंक गए थे। इस दौरान उन्हें पता चला कि उनका अकाउंट बैलेंस जीरो है।
बैंक जाकर पता चला कि उनके अकाउंट से 50 हजार से अधिक की रकम यूपीआई में शिफ्ट कर गोआ से लेकर मुंबई तक अलग-अलग अकाउंट में भेजी गई है। घर पहुंचे तो बेटा लापता था। 9 अक्टूबर की रात घरवालों ने उसे काफी ढूंढा, लेकिन वो नहीं मिला। इस बीच छात्र के दोस्तों से बात करने पर पता चला कि वो काफी समय से मोबाइल पर ट्रेडिंग और टास्क गेमिंग ऐप खेलों में फंस गया था, जिसके कारण वो परेशान था। इसके बाद घर में रखे मोबाइल फोन की जांच की गई, तो उसमें छात्र को स्कैमर से पैसे लौटाने की मिन्नतें करता हुआ देखा गया। इसके बाद पुलिस ने छात्र से पूछताछ की तो पता चला कि वो काफी तनाव में था और गलत कदम उठाने के इरादे से निकला था। वो बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर सोता था।