मानसून से पहले 'सियासी बारिश': बाढ़ में गई जान तो कौन होगा जिम्मेदार? CM रेखा गुप्ता ने निकाली 'भड़ास'
मानसून की हर बारिश में दिल्ली को बाढ़ जैसे हालातों का सामना करना पड़ता है। इसका हवाला देते हुए सीएम रेखा गुप्ता ने मद्रासी कैंप में कार्रवाई के खिलाफ विपक्ष के आरोपों पर तीखा पलटवार किया है।
सीएम रेखा गुप्ता ने बाढ़ के हालातों पर की समीक्षा बैठक
दिल्ली के मद्रासी कैंप पर बुलडोजर एक्शन के बाद से सियासत थमने का नाम नहीं ले रही। आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे को उठाते हुए दिल्ली भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा किया। आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, दिल्ली की पूर्व सीएम आतिशी और सौरभ भारद्वाज समेत तमाम नेताओं ने भाजपा पर गरीबों पर अत्याचार करने और झूठे वादे करने का आरोप लगाया था। अब सीएम रेखा गुप्ता ने इस पर पलटवार करते हुए निशाना साधा है।
मीडिया से बातचीत में सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि मैंने साफ कहा है कि अगर कोर्ट ने आदेश दिया है तो सरकार और प्रशासन कुछ नहीं कर सकता है। मद्रासी कैंप गिराने का सच यह है कि यह बारापुला नाले के किनारे बना था। कोर्ट ने इस झुग्गी को हटाने के लिए चार बार आदेश दिया ताकि यहां नाले की सफाई के लिए मशीनें लगाई जा सकें।
सीएम ने कहा कि ऐसा नहीं हुआ तो दिल्ली को फिर से 2003 की बाढ़ देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि कोर्ट के आदेश की कोई भी अवहेलना नहीं कर सकता है। उन्होंने आप के आरोपों पर कहा कि मद्रासी कैंप में रहने वाले लोगों को घर आवंटित कर शिफ्ट कर दिया गया है। दिल्ली में तीन जगहों पर कार्रवाई की गई, जिसमें रेलवे ट्रैक के पास बनी झुग्गी बस्ती भी शामिल है। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई रेलवे ने की है।
उन्होंने सवाल पूछा कि अगर जान का नुकसान होता तो कौन जिम्मेदार होगा? क्या सौरभ भारद्वाज, आतिशी या अरविंद केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए? सीएम गुप्ता ने कहा कि कोर्ट जानता है कि वह क्या कर रहा है और इसलिए उसने आदेश दिया है।