गजवा-ए-हिंद के लड़ाकू काबू: आतंकियों को क्या-क्या मिला था टारगेट, दिल्ली पुलिस ने कर दिया खुलासा
दिल्ली पुलिस ने अखिल भारतीय आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ कर पांच आतंकियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही, छह संदिग्धों से पूछताछ चल रही है। आतंकियों के खुलासे सकते में डालने वाले हैं।
स्पेशल सेल के एडिशनल सीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए।
दिल्ली पुलिस ने अखिल भारतीय आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड किया है। पुलिस ने दिल्ली समेत अलग-अलग राज्यों से 5 आतंकियों को गिरफ्तार किया है, जबकि छह संदिग्धों से पूछताछ चल रही है। पूछताछ के दौरान आतंकियों ने जो खुलासे किए हैं, वे बेहद चौंकाने वाले हैं। अगर दिल्ली पुलिस सतर्क नहीं होती तो यह त्योहारी सीजन पाकिस्तान की नापाक साजिश के चलते बेरंग हो जाता।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के एडिशनल सीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया दो दिन पहले निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर दो लोगों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया। उनके पास से आईईडी बनाने की सामग्री भी बरामद की गई। इनकी पहचान सूफियान अबुबकर और आफताब अंसारी के रूप में हुई। दोनों मुंबई में रह रहे हैं और दिल्ली हथियार खरीदने के लिए आए थे।
पूछताछ में दोनों ने खुलासा किया कि वे अखिल भारतीय आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा हैं। उनके इस बयान के तुरंत बाद ही इस मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने के लिए टीमों का गठन कर दिया गया। उन्होंने बताया कि रांची निवासी अशहर दानिश, हुजैफा यमन को तेलंगाना के निजामाबाद और कामरान कुरैशी को मध्य प्रदेश के राजगढ़ से गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि अशहर दानिश इस भारतीय आतंकी मॉड्यूल का मुख्य किरदार था। पूछताछ में पता चला कि इन्होंने दोहरी योजना बना रखी थी। वे सबसे पहले खिलाफत-शैली का एक समूह बनाना चाहते थे। इसके लिए वो सोशल मीडिया पर ऐसे लोगों की पहचान करते, जो कि भारत के खिलाफ गुस्सा रखते हैं। इनकी अपनी टीम है, जिसे लश्कर कहा जाता है। इसके बाद वो इस्लाम की अपनी विकृत समझ के आधार पर गजवा-ए-हिंद जैसा जिहाद करना चाहते थे। इसके अलावा उन्हें कुछ टारगेट किलिंग का भी काम सौंपा जाना था। इससे पहले कि वो अपनी साजिश में कामयाब होते, पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
अशहर दानिश का हैंडलर पाकिस्तान समर्थित
स्पेशल सेल के एडिशनल सीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा ने आगे बताया कि अशहर दानिश का हैंडलर पाकिस्तान समर्थित हैंडलर है। अभी उसकी लोकेशन स्पष्ट नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि अशहर दानिश खुद को एक पेशेवर कंपनी का संचालक दिखाता था। वह सीईओ कोडिंग करता था, लेकिन आंतरिक समूह में उसका कोड गजवा नेता के रूप में था। वह एनजीओ के रूप में जमीनें हथियाने की कोशिश कर रहा था।
उन्होंने बताया कि अशहर दानिश के आतंरिक समूह में बेहद कट्टरपंथी लड़के हैं। अभी 11 लोगों को उठाया गया है, जिनमें से पांच को अरेस्ट कर लिया गया है, जबकि बाकी के संदिग्धों से पूछताछ जारी है।
जान लीजिए गजवा-ए-हिंद के बारे में
गजवा-ए-हिंद का अर्थ 'इस्लाम को फैलाने के लिए की जाने वाली जंग' होता है। इसका मतलब यह है कि भारतीय उपमहाद्वीप में जितने भी काफिर रहते हैं, उन पर जीत हासिक कर उन्हें मुस्लिम बनाया जाए। गजवा-ए-हिंद के लिए भारत में इस्लामिक लड़ाकों की तलाशी की जा रही है। इसके लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है।
स्पेशल सेल के एडिशनल सीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया कि ऐसे लोगों की पहचान करने के बाद भी तुरंत उन्हें इस आतंकी मॉड्यूल से नहीं जोड़ा जाता है। कई स्तर पर परखने के बाद ही उन्हें एंट्री दी जाती है। उन्होंने बताया कि इन आतंकियों से पूछताछ के बाद उन लोगों तक पहुंचने में आसानी होगी, जो भारत में रहकर देश विरोधी गतिविधियों की इच्छा रखते हैं।
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