'ट्रैफिक मैन' को मिलेगा राष्ट्रपति पुलिस पदक: स्वतंत्रता दिवस पर सीएम साय करेंगे सम्मानित, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है नाम

कोरिया जिले के ट्रैफिक मैन महेश मिश्रा को स्वतंत्रता दिवस के दिन सीएम साय राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित करेंगे। महेश मिश्रा अपने सेवा कार्यों के लिए पहचाने जाते हैं।

Updated On 2025-08-11 12:18:00 IST

छत्तीसगढ़ के ट्रैफिक मैन महेश मिश्रा को मिलेगा राष्ट्रपति पुलिस पदक

प्रवीन्द सिंह- कोरिया। छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के लांस नायक (नायक) महेश मिश्रा को सर्वोच्च सम्मान राष्ट्रपति पुलिस पदक से नवाज़ा जाएगा। आगामी 15 अगस्त 2025 को स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह में रायपुर में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय उन्हें पदक प्रदान करेंगे। इस सम्मान के साथ उन्हें आउट ऑफ टर्न प्रमोशन भी मिलेगा।

पिछले 18 वर्षों से शासकीय ड्यूटी निभाते हुए महेश मिश्रा ट्रैफिक मैन’के रूप में कोरिया और पूरे छत्तीसगढ़ में खास पहचान रखते हैं। वर्ष 2022 में उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ था। उन्होंने स्कूल-कॉलेजों में स्वयं के खर्च पर 500 से अधिक ट्रैफिक जागरूकता शिविर आयोजित कर 4 लाख से अधिक लोगों को यातायात के प्रति प्रशिक्षित और जागरूक किया है।

कोरोना काल में किया सराहनीय कार्य
कोरोना काल में उन्होंने गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा की, निःशुल्क चश्मा वितरित किए, सड़क के गड्ढे भरे और यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए अनेक नवाचार किए। तीन विषयों संस्कृत, राजनीति विज्ञान और समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर गोल्ड मेडलिस्ट मिश्रा वर्तमान में यातायात नियमों के परिपालन संबंधी जागरूकता कोरिया जिले के विशेष परिप्रेक्ष्य में विषय पर पीएचडी कर रहे हैं।


राष्ट्रपति पदक मिलना प्रदेश का सम्मान - महेश मिश्रा
राष्ट्रपति पदक मिलने पर महेश मिश्रा ने कहा- यह मेरा व्यक्तिगत नहीं, बल्कि जिले और प्रदेश का सम्मान है। यातायात जनजागरूकता अभियान में वरिष्ठ अधिकारियों और जिलेवासियों का भरपूर सहयोग मिला है। आगे भी नई ऊर्जा और जोश के साथ यह अभियान जारी रहेगा।

महेश मिश्रा की प्रमुख उपलब्धियां
18 वर्षों से यातायात सेवा में निरंतर योगदान

500+ ट्रैफिक जागरूकता शिविर स्वयं के खर्च पर आयोजित

4 लाख से अधिक लोगों को यातायात नियमों का प्रशिक्षण

वाहन चालकों को निःशुल्क चश्मा वितरण

सड़क के गड्ढे भरने जैसे जनहित कार्य

कोरोना काल में गरीबों और जरूरतमंदों की मदद

इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (2022) में नाम दर्ज

संस्कृत, राजनीति विज्ञान और समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर गोल्ड मेडलिस्ट

वर्तमान में यातायात जागरूकता पर पीएचडी स्कॉलर

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