दुर्घटना को न्योता दे रहे मालवाहक: बेखौफ ढो रहे बाराती, पुलिस कार्रवाई का नहीं कोई डर
शादियों में मालवाहक वाहन में बैठकर लोग आवागमन कर रहे हैं। कई ड्राइवर नशे में रहकर गाड़ी चलाते है और दुर्घटना हो जाती है।
मालवाहक में बैठकर सवारी करते हुए लोग
श्यामकिशोर शर्मा। नवापारा-राजिम। इस बार समूचे क्षेत्र में बेतहाशा शादियां हो रही है। बारात और चौथिया का सिलसिला भी चल ही रहा है। मगर एक बात देखने वाली यह है कि लोग अब यात्री बसो में बारात ले जाने की बजाए छोटे-बड़े मेटाडोर, छोटे हाथी और ट्रैक्टर का खुलकर उपयोग कर रहे हैं। पता नहीं इतने तेज धूप विकराल गर्मी और 42 डिग्री तापमान के बीच आखिर इस तरह से खुली रिस्की गाड़ियो में क्या मजा आता होगा? ये तस्वीर सोमवार शाम 5:35 बजे की है जो गरियाबंद की ओर जाने के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय चौक से चंद कदम आगे चालक ने बस स्टेण्ड में रोका।
इस मालवाहक छोटे हाथी में कम से कम 30 से 35 लोग सवार थे जो एक दूसरे के ऊपर डटे हुए थे। सबके शरीर और चेहरे से पसीने निकल रहे थे। इसमें ज्यादातर महिलाएं और युवतियां सवार थी। ऊपर से तुर्रा यह कि पीछे में लटकन भी था। मतलब तीन-चार लोग लोहे की डंडी को पकड़कर खड़े हुए थे। चूंकि नवापारा बस स्टेण्ड में एक भी पुलिस के जवानों की ड्यूटी नही लगती। लिहाजा लोग बड़े आराम के साथ ऐसे मालवाहक वाहनो में बाराती और चौथिया ढोते हुए बाकायदा सड़क के ऊपर खड़ी करते है जिन्हें ढाबा जाना रहता है वे ढाबा जाते है और जिन लोगो को कोल्डड्रिंक अथवा गन्ना रस पीना होता है वे उतरकर ऐसा भी करते है।
ड्राइवर नशे में चलाते हैं गाड़ी
मतलब मालवाहक वाहनो में सवारी ढोने वाले चालको को जरा भी पुलिस का भय नहीं है। ऐसी ठसाठस भरी गाड़ियो को सुबह से देर रात तक मेनरोड में दौड़ती हुई देखी जा रही है। मालवाहक वाहनो की रफ्तार भी देखने लायक होती है न उन्हें स्पीड ब्रेकर से मतलब रहता है और न ही सड़क के घुमावदार होने का। वे अपने धुन में चलते है। ड्राइवर यहां से बाराती छोड़कर वहां बराती लाने जाते है फिर चौथिया छोड़ने जाते है इस दौरान वे थके हुए होते है। उनकी नींद पूरी नही हुई होती है। कई तो नशे में रहकर गाड़ी चलाते है और दुर्घटना हो जाती है।
राजिम पुलिस ने दी थी समझाइश
रायपुर जिले के नवापारा पुलिस की बजाए सिर्फ महानदी एक किमी की आड़ में गरियाबंद जिले के राजिम पुलिस तारीफ के हकदार है। उन्होने ऐसे मालवाहक वाहनो के ड्रायवर और संचालको की एक बैठक पिछले दिनो बुलाई थी। इस बैठक में 70 लोग पहुंचे थे। उन्हें साफ शब्दो में समझा दिया गया था कि मालवाहक वाहनो का उपयोग छट्ठी, बाराती अथवा चौथिया या पिकनिक में ले जाना उचित नही होगा। इसमें मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। राजिम पुलिस के जागरूक टीआई अमृतलाल साहू के समझाइस का असर इस बार क्षेत्र में देखने को मिला। मालवाहक वाहनो में न के बराबर बाराती चौथिया ढुलाया गया होगा नही कह सकते।
मोटर व्हीकल एक्ट के तहत काटा जाता है चालान
राजिम टीआई श्री साहू प्रशंसा के हकदार भी है। इन्होने शराब पीकर गाड़ी चलाने वालो के खिलाफ एक तरह से अभियान चलाया हुआ है। कोई इनके नजर से बच नही सकते। जनवरी से लेकर अब तक इन्होने 27 लोगो के खिलाफ चालान काटकर कार्रवाई किया है। नशे में गाड़ी चलाने वालो के कारण अधिकतर घटना- दुर्घटना होती है. इस पर रोकथाम के लिए 185 मोटर व्हीकल एक्ट के तहत 10 हजार रूपए का चालान काटते है। क्षेत्र के लोगो को यह मालूम हो गया है कि अब राजिम से अपने गांव जाने के लिए निकलने वाले लोग पीकर नही चलते। पीना ही होता है तो वे दारू को अपने डिक्की में रखकर निकल लेते है। रास्ते में कही जगह मिलता है तो डिस्पोजल और चखना खोलकर बैठ जाते है।