हरिभूमि-आईएनएच का हेल्थ कॉनक्लेव: बोले स्वास्थ्य मंत्री - हेल्थ के लिए बनाएंगे ऐसा सिस्टम कि इलाज के लिए हैदराबाद या दिल्ली-मुंबई जाना न पड़े

हरिभूमि-आईएनएच का हेल्थ कॉन्क्लेव में प्रदेश के स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े दिग्गज चिकित्सकों और नीति-निर्माताओं के लिए संवाद और विचार-विमर्श का केंद्र बना।

Updated On 2025-05-19 12:08:00 IST

हरिभूमि-आईएनएच का हेल्थ कॉनक्लेव

रायपुर। हरिभूमि-आईएनएच न्यूज का 'आयुष्मान भवः हेल्थ कॉन्क्लेव 2025' प्रदेश के स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े दिग्गज चिकित्सकों, विशेषज्ञों और नीति-निर्माताओं के लिए संवाद और विचार-विमर्श का केंद्र बना। गुरुवार को निजी होटल में आयोजित इस कॉन्क्लेव के दौरान विशेषज्ञों ने सर्जरी, स्त्रीरोग और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों समेत अन्य स्वास्थ्य समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की। साथ ही उनके आधुनिक और प्रभावी इलाज को लेकर भी गहन मार्गदर्शन दिया गया। कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों के लिए सभी सत्र न केवल जानकारीपूर्ण रहे, बल्कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने वाले भी साबित हुए। स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े अतिथियों ने सरकार की योजनाओं पर खुलकर चर्चा की। विशेषकर आयुष्मान योजना के अंतर्गत दी जा रही सुविधाओं और खामियों को सामने रखा। कार्यक्रम में अपनी पेशेगत कुशलता और सामाजिक सरोकार सहित उल्लेखनीय कामयाबी के लिए चिकित्सकों का सम्मान भी किया गया। दो चिकित्सकों डॉ. दीपशिखा और डॉ. संदीप दवे को लाइफ टाइम एचिवमेंट अवार्ड दिया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, महापौर मीनल चौबे, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज के चेयरमैन आईपी मिश्रा ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। सभी अतिथियों ने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की वर्तमान स्थिति और भविष्य की दिशा पर अपने विचार साझा किए, जो स्वास्थ्य सेवाओं के विकास के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होंगे। सेवाओं के विकास के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होंगे। अतिथियों ने हेल्थ कॉन्क्लेव की सराहना की। इस दौरान विभिन्न सत्रों में चिकित्सकों ने अपने विचार साझा किए।

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आयुष्मान से क्रांतिकारी बदलाव

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि, एक समय था, जब छत्तीसगढ़ में गंभीर बीमारियों को छिपाया जाता था, क्योंकि इलाज के खर्च के डर से लोगों को अपने खेत-खलिहान तक बेचने पड़ जाते थे, लेकिन आयुष्मान योजना के आने से स्थिति पूरी तरह बदल गई है। इस योजना ने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाया है। कभी एकमात्र मेडिकल कॉलेज से शुरू हुआ यह सफर अब 10 मेडिकल कॉलेजों तक पहुंच चुका है। राज्यभर में इलाज सुलभ हुआ है और आम लोगों का भरोसा भी बढ़ा है। हरिभूमि-आईएनएच द्वारा आयोजित हेल्थ कॉन्क्लेव जैसे आयोजन इस परिवर्तन की कहानी को मंच देने का सराहनीय प्रयास है।

सरकार और चिकित्सकों के बीच बने भरोसे का सेतु
हरिभूमि-आईएनएच न्यूज के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने कहा कि- हमने 'आयुष्मान भव' कार्यक्रम की परिकल्पना सोच-समझकर की थी। सरकार द्वारा शुरू की गई आयुष्मान योजना एक क्रांतिकारी पहल है, लेकिन हाल ही में इसके कुछ पहलुओं को लेकर छत्तीसगढ़ में चर्चा और विसंगति भी देखने को मिली। हमें लगा कि मीडिया का दायित्व दूरी बनाना नहीं, बल्कि उसे मिटाना होना चाहिए। सरकार और चिकित्सकों के बीच विश्वास बहाल हो, यही जनसेवा के लक्ष्य को साकार कर सकता है। इसी उद्देश्य को केंद्र में रखते हुए इस कार्यक्रम की नींव रखी गई।

ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों की स्थिति पर ध्यान देने की जरूरत
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा - छत्तीसगढ़ में ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों की स्थिति क्या है, इस पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने एक वेब सीरिज का जिक्र करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों को किन कठिनाईयों के बीच काम करना पड़ता है, इस पर हमकों विचार करना चाहिए। हेल्थ कानक्लेव 2025 के आयोजन में डॉक्टरों के सम्मान किया गया। अच्छी बात है कि यहां पर दो-दो स्वास्थ्य मंत्री सम्मिलित हुए हैं, वहां कुछ बोलने को बचता नहीं। उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो चुनौतियां है उसके बारे में विचार करना चाहिए। राज्य बनने के समय यहां पर दो नर्सिंग होम थे, आज बढ़कर 84 हो गया है। 10-15 मेडिकल कॉलेज हो खेल गए हैं। मेडिकल के क्षेत्र में राज्य ने अच्छी छलांग लगाई है। कठिन समय में डॉक्टरों की परीक्षा होती है। कोरोना काल के समय यहां के डॉक्टरों ने पूरी शक्तई लगाई। उन्होंने बताया कि आए दिन ग्राम चिकित्सा बेव सीरिज चल रही है। स्वास्थ्य मंत्री को इसे देखना चाहिए। इसमें बताया गया है कि ग्रामीण क्षेत्र में चिकित्सक काम करना चाहता, लेकिन क्या परेशानी आती है। दोनों पक्षों को हल्के मूड में इसमें दिखाया गया है। छत्तीसगढ़ में सरकार अच्छा काम कर रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने हो रहे काम और सुधार के बारे में बताया।


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