कोरबा में बड़ी डकैती: परिवार को मारपीट कर बनाया बंधक और ले उड़े नगदी-जेवर
कोरबा जिले के एक किराना कारोबारी के घर देर रात लगभग डेढ़ दर्जन सशस्त्र हथियारबंद डकैत घुसे और परिवार के एक दर्जन महिला पुरुषों को बंधक बनाकर लूटपाट की।
घटना स्थल की तस्वीरें
कोरबा। ग्रामीण इलाके में डाके की सनसनीखेज वारदात ने इलाके को दहला दिया है। यहां एक किराना कारोबारी के घर देर रात लगभग डेढ़ दर्जन सशस्त्र हथियारबंद डकैत घुसे और परिवार के एक दर्जन महिला पुरुषों को बंधक बनाकर उनकी कनपटी पर कट्टा अड़ाकर लूटपाट की। डकैत परिजनों से मारपीट कर घर में रखे डेढ़ लाख रुपए मारपीट कर घर में रखे डेढ़ लाख रुपए नगद, सोने चांदी के जेवरात सहित लाखों के कीमती सामान ले गए। सुबह जब डकैती की सूचना पुलिस को मिली तो पुलिस के भी होश उड़ गए।
पुलिस के आला अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरु कर दी है। फिलहाल पुलिस को डकैतों के संबंध में कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। मामला बालको थाना के सोनगुड़ा के अंतर्गत आने वाले ग्राम तराईडांड़ का है। यहां निवासरत शत्रुघ्न दास महंत पेशे से किसान है और किरान दुकान का कारोबार भी करता है। बताया जाता है कि, शत्रुघ्न दास महंत अपन परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मंगलवार की रात रोज की तरह खान खाकर स गया था। इस दौरान देर रात लगभग 1 बजे दरवाजा खटखटाने की आवाज सुनकर शत्रुघ्न दास नींद टूटी, उसने घर का दरवाजा खोला।
अपराधियों की खोजबीन शुरु
दरवाजा खोलते ही सशस्त्र हथियारबंद डकैतों ने उसकी कनपटी पर कट्टा अड़ा दिया और घर लगभग डेढ दर्जन डकैत एक घर के भीतर घुसकर घर में मौजूद तीन महिला सहित कुल 11 सदस्यों को बंधक बना लिया और उनके हाथों को रस्सी से बांधकर मारपीट की घटना को अंजाम दिया। डकैतों ने पहले घर के बारे में सारी जानकारी ली कि फिर कमरे में क्या सामान है यह जानकारी लेकर घर में रखे आलमारी और दीवान को तोड़कर उसमें रखे डेढ़ लाख रुपये नकद, सोने चांदी के जेवरात सहित लाखों के माल लेकर फरार हो गए। बुधवार की सुबह डकैती की सूचना मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीतिश ठाकुर, नगर पुलिस अधीक्षक भूषण एक्का, बालको थान प्रभारी अभिनव कांत सिंह सहित पुलिस के आला अधिकारी दलबल सहित मौके पर पहुंचे और मामले की छानबीन पर अपराधियों की खोजबीन शुरु कर दी है।
बेटी की शादी के लिए रखा था रकम व जेवरात
शत्रुघ्न दास महंत ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि, उसने अपनी पुत्री शादी के लिए डेढ़ लाख रुपए नगद एवं सोने चांदी का जेवरात जमा कर रखा हुआ था। डकैतों ने वारदात के बाद गांव में सनसनी फैली हुई है। ग्रामीणों को समझ नहीं आ रहा है कि इस वारदात को आखिर किसने अंजाम दिया है।
फोरेंसिक एक्सपर्ट व खोजी डॉग की टीम भी पहुंची घटना स्थल
डकैती की वारदात की सूचना पाते ही पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देश पर पुलिस के आला अधिकारियों की टीम मामले की विभिन्न बिंदुओं को लेकर तहकीकात में जुटी हुई है। पुलिस अपराधियों के गिरेबांह तक पहुंचाने के लिए अलग-अलग पहलुओं की जांच कर रही है। बताया जाता है कि अपराधियों की धरपकड़ के लिए फॉरेंसिक एक्सपर्ट टीम और खोजी डॉग बाघा भी मौके पर पहुंची थी लेकिन पुलिस को देर शाम तक डकैतों का कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है। पुलिस सीसीटीवी कैमरा सहित आसपास के क्षेत्रों में खाक छान रही है। पुलिस अधीक्षक स्वयं मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और अधिकारियों को निर्देश दे रहें हैं जिसके आधार पर पुलिस जांच कर रही है।
खिड़की तोड़कर पड़ोसियों को दी सूचना
शत्रुहन मंहत के घर रात 1 बजे डकैतों ने प्रवेश किया था। पुलिस के सूत्र बताते हैं कि डकैत बड़े आराम से शत्रुघ्न दास के घर रात 2:30 बजे तक रुके हुए थे। वारदात को अंजाम देकर वापस जाते समय उन्होंने घर के सभी सदस्यों का हाथ रस्सी से बांध दिया और घर के सभी दरवाजों को बाहर से बंद कर दिया था। घर के पांच सदस्यों का पांच मोबाइल फोन भी अपने साथ लेकर फरार हुए थे। डकैतों के भागने के बाद रात लगभग 3:30 बजे के आसपास शत्रुघ्न दास के एक बच्चे का हाथ खुला हुआ था जिससे किसी तरह हाथ के रस्सी को खुलवाया गया और एक छोटी सी खिड़की को तोड़कर उसे घर के बाहर भेजा गया और इसकी सूचना पड़ोसियों को दी गई पड़ोसियों के आने के बाद दरवाजा खोलकर उन्हें रिहा कराया गया। जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई।