पेशी में आए कवासी लखमा: बोले- मुझे बाहर नहीं लाते, जेल में प्रताड़ित हूं

शराब घोटाले मामले में जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को पेशी के लिए कोर्ट लाया गया। उन्होंने कहा कि, जेल जाने के बाद पहली बार आज बाहर आया हूं।

Updated On 2025-12-17 17:08:00 IST

कवासी लखमा को कोर्ट में किया गया पेश 

रायपुर। शराब घोटाले मामले में जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री और कोंटा विधायक कवासी लखमा को पेशी के लिए कोर्ट लाया गया। जहां उन्होंने कहा कि, जनवरी में जेल जाने के बाद पहली बार आज बाहर आया हूं। कितने बार बोलने के बाद आज बाहर आया हूं। मुझे हार्ट के साथ- साथ शुगर और आंख की बीमारी है। विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि, क्या करें? मैने विधानसभा में बस्तर की बात उठाई थी, इसलिए ही तो जेल में रखा है।

विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होने के सवाल पर कवासी लखमा ने कहा कि इस संबंध में मैने राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा था। राजकुमार कॉलेज में हुए विधानसभा के पहले सत्र में शामिल हुआ था। पुराने विधानसभा के सत्र में शामिल नहीं हो पाने का मुझे अफसोस है। वहीं विधानसभा में बस्तर के मुद्दों को नहीं उठा पाने पर अफसोस जताया। 

ED ने दी खर्चों की जानकारी
2100 करोड़ के शराब घोटाले में ईओडब्लू द्वारा पूर्व मंत्री कवासी लखमा के खिलाफ पेश चार्जशीट में कई अहम खुलासे हुए हैं। बताया गया है कि शराब की काली कमाई का कवासी लखमा ने करीबियों पर जमकर खर्च किया। चालान में कहा गया है कि लखमा ने बंद पड़ी सीमेंट फैक्ट्री में पैसा निवेश तो किया ही, महुआ कारोबार में भी डेढ़ करोड़ रुपए लगाया था। इस बात का भी इसमें जिक्र है कि उन्होंने अपने करीबी एनएसयूआई पदाधिकारी को चार करोड़ रुपए दिए थे, जिससे उसने मकान, जमीन खरीदी की। इसी पैसे से उसने अपनी गर्लफ्रेंड के लिए भी कीमती उपहार खरीदे थे। ईओडब्लू तथा एसीबी की टीम कवासी लखमा के खिलाफ कोर्ट में जो चालान पेश किया है, उसमें बताया गया है कि उनके छह बेहद करिबियों के ठिकानों पर छापे में करोड़ों रुपए के 44 प्रॉपर्टी के दस्तावेज भी मिले हैं।

रिश्तेदारों को 42 लाख की हवाई यात्रा
शराब की काली कमाई से पूर्व आबकारी मंत्री द्वारा अपने परिचितों के साथ रिश्तेदारों को चुनावी वर्ष 2023 में जमकर हवाई यात्रा कराए जाने का चालान में उल्लेख किया गया है। बताया गया है कि कवासी लखमा ने वर्ष 2023 में अपने करीबियों के साथ रिश्तेदारों के लिए 42 लाख रुपए के एयर टिकट बुक कराकर हवाई यात्रा कराई। ट्रैवल्स एजेंट के माध्यम से ईओडब्लू को इस बात की जानकारी मिली।

एनएसयूआई के नेता ने ठिकाने लगाए चार करोड़
कवासी लखमा के खिलाफ कोर्ट में पेश किए गए पूरक चालान में ईओडब्लू ने बताया है कि दंतेवाड़ा एनएसयूआई अध्यक्ष हलीम खान को पूर्व आबकारी मंत्री ने वर्ष 2020 में चार करोड़ रुपए नगद दिए थे। इस राशि में से 1.5 करोड़ हैदराबाद निवासी 'रेड्डी' नामक व्यक्ति को दिलवाया गया। इसके अलावा 73 लाख में रायपुर की सेल टैक्स कॉलोनी में 'शाहरूख खान' नाम से मकान खरीदा गया, 80 लाख के गहने भी खरीदे गए। हलीम ने 12 लाख नगद अपनी परिचित महिला नगीना लेखन को दिए तथा 76 लाख अपने पत्रकार मित्र के पास रखवाया था।

एनएसयूआई नेता ने गर्ल फ्रेंड को दिए 12 लाख
पूर्व आबकारी मंत्री ने एनएसयूआई पदाधिकारी के पास विधानसभा चुनाव के तीन वर्ष पूर्व रकम सुरक्षित रखने के लिए दिए थे। इसका बड़ा हिस्सा पदाधिकारी ने निवेश कर दिया और लाख रुपए अपनी गर्ल फ्रेंड को दे दिए। इसके साथ ही कवासी द्वारा उपलब्ध कराए गए पैसों से हलीम द्वारा पौने तीन लाख रुपए के आईफोन खरीदने का चालान में उल्लेख है। फोन को उसने अपनी गर्लफ्रेंड के लिए बतौर गिफ्ट खरीदा था।

महुआ खरीदी करने रकम निवेश
ईओडब्लू के चालान में उल्लेख किया गया है कि कवासी लखमा के पास पेशे से ट्रांसपोर्टर तथा कारोबारी तोंगपाल निवासी जयदीप भदौरिया ने उनसे वर्ष 2020 में महुआ की बढ़ती कीमतों को देखते हुए महुआ संग्रहण करने एक करोड़ रुपए उधार लिया था। बाद में महुआ की कीमतों में और बढ़ोतरी के आसार को देखते हुए कवासी लखमा ने डेढ़ करोड़ और रुपए निवेश किया। जांच एजेंसी ने जब उनसे पर्ची मांगी तो पर्ची कवासी लखमा के नाम से दी गई।

इनके पास से मिले इतने प्रॉपर्टी पेपर
एसीबी, ईओडब्लू ने कवासी लखमा के जिन छह करीबियों के यहां से करोड़ों रुपए के 44 प्रॉपर्टी के पेपर जब्त किए हैं, उनमें सबसे ज्यादा दस्तावेज अंबिकापुर के कारोबारी अशोक अग्रवाल से मिले हैं। जिन लोगों के यहां से प्रॉपर्टी पेपर जब्त किए गए हैं, उनकी सूची इस प्रकार से है।

1. बसीर अहमद, सुकमा -07 प्रॉपर्टी पेपर

2. जी. नागेश, रायपुर 11 प्रॉपर्टी पेपर -

3. राजकुमार तामो, दंतेवाड़ा -07 प्रॉपर्टी पेपर

4. राजेश नारा, सुकमा 02 प्रॉपर्टी पेपर -

5. पारसमल जैन, सुकमा 03 प्रॉपर्टी पेपर -

6. अशोक कुमार अग्रवाल,

7. पारसमल जैन, सुकमा -03 प्रॉपर्टी पेपर

8. अशोक कुमार अग्रवाल, अंबिकापुर - 14 प्रॉपर्टी पेपर

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