गौशाला शेड का भूमि पूजन: जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा बोले- गौ सेवा ही संस्कृति की सच्ची सेवा है
धमतरी जिले के नगरी इलाके के गाव भीतररास में 15 लाख रुपये की लागत से बनने वाले गौशाला शेड का भूमि पूजन बुधवार को संपन्न हुआ।
गौशाला शेड का भूमि पूजन करते हुए अध्यक्ष अरुण सार्वा
गोपी कश्यप- नगरी। गौवंश संरक्षण और सेवा की दिशा में एक सराहनीय पहल के तहत बुधवार को ग्राम पंडरीपानी (भीतररास) स्थित श्री श्रृंगी ऋषि गौशाला जीव रक्षा सेवा समिति परिसर में गौशाला शेड निर्माण कार्य का भूमि पूजन कार्यक्रम संपन्न हुआ। लगभग 15 लाख रुपये की लागत से बनने वाले इस गौशाला शेड का शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा के हाथों से हुआ।
भूमि पूजन के दौरान श्री सार्वा ने पूजा-अर्चना कर कार्य की विधिवत शुरुआत की और उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा- गाय हमारी संस्कृति, आस्था और आजीविका का प्रतीक है। जैसे हम अपनी माता की सेवा करते हैं, वैसे ही हमें गौमाता की सेवा भी पूरे मन से करनी चाहिए।
गौ सेवा धर्म और संस्कृति की रक्षा करना है : सार्वा
श्री सार्वा ने कहा- गाय न केवल हमें पोषण देती है बल्कि पर्यावरण और कृषि के संतुलन की भी आधारशिला है। गौ सेवा करना अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा करना है।
उन्होंने आगे कहा कि हमें प्लास्टिक और पॉलीथिन का उपयोग पूरी तरह बंद करने तथा स्वदेशी उत्पादों को अपनाने की दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे। इससे न केवल पर्यावरण को संरक्षण मिलेगा बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था भी सशक्त होगी।
गौशाला श्रद्धा और प्रेरणा का केंद्र बनेगी : शांडिल्य
कार्यक्रम की अध्यक्षता भीतररास सरपंच रेमन्त शांडिल्य ने की। उन्होंने कहा कि, यह गौशाला ग्रामवासियों के लिए श्रद्धा और प्रेरणा का केंद्र बनेगी तथा यहां गौ सेवा का कार्य संगठित रूप से आगे बढ़ेगा। पूरे कार्यक्रम में श्रद्धा और भक्ति का माहौल देखने को मिला। भूमि पूजन के पश्चात गौमाता की आरती और प्रसाद वितरण किया गया।
इनकी भी रही गरिमामयी मौजूदगी
इस अवसर पर गौशाला अध्यक्ष प्रिंस गोलछा, उपाध्यक्ष पेमन स्वर्णबेर, कोषाध्यक्ष अनिल वाधवानी, जनपद पंचायत अध्यक्ष महेश गोटा, जनपद उपाध्यक्ष हृदय साहू, प्रांताध्यक्ष गौ सेवक सुबोध राठी, जिलाध्यक्ष गौ सेवा समिति धमतरी हेमराज सोनी सहित वैभव गोलछा, नागेन्द्र शुक्ला, राजेश नाथ गोसाई, ज्ञानचंद गोलछा, मदन लाल नाग, देवनाथ साहू, उमराव साहू, खेमेन्द्र साहू, तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।