‘सप्तशक्ति संगम’ महिला सम्मेलन: RSS के शताब्दी वर्ष पर नारी की सात शक्तियों पर हुआ सारगर्भित विमर्श

जगदलपुर के कगोली में आयोजित ‘सप्तशक्ति संगम’ महिला सम्मेलन में नारी की सात अंतर्निहित शक्तियों पर गहन विमर्श कर उन्हें सम्मानित किया गया।

By :  Ck Shukla
Updated On 2025-12-02 13:27:00 IST

‘सप्तशक्ति संगम’ महिला सम्मेलन

अनिल सामंत - जगदलपुर। श्री वेदमाता गायत्री शिक्षा महाविद्यालय, कगोली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में 29 नवंबर 2025 को ‘सप्तशक्ति संगम’ महिला सम्मेलन का आयोजन भावपूर्ण और प्रेरणादायी वातावरण में सम्पन्न हुआ।

सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य नारी में निहित सप्त शक्तियों- कीर्ति, श्री, वाक्, स्मृति, मेधा, धृति और क्षमा के जागरण एवं समाज में उनकी गरिमामयी भूमिका को रेखांकित करना था।

कार्यक्रम की शुरुआत और विषय-वस्तु
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से हुआ, विभाग संयोजिका कामना वर्मा ने सम्मेलन की प्रस्तावना व उद्देश्य पर प्रकाश डाला। मुख्य विषय ‘पंच परिवर्तन’ पर अतिथियों ने क्रमवार सारगर्भित वक्तव्य दिए, जिनमें यह महत्वपूर्ण आयाम शामिल रहे-

  • कुटुंब प्रबोधन
  • पर्यावरण संरक्षण
  • भारत के विकास में महिलाओं की भूमिका
  • नागरिक कर्तव्य

प्रतियोगिता और सम्मान समारोह
कार्यक्रम में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गई, साथ ही समाज में उत्कृष्ट योगदान देने वाली प्रेरक महिलाओं का सम्मान समारोह भी हुआ। सम्मानित क्षेत्रों में समाज सेवा, साहित्य, पर्यावरण संरक्षण, और संयुक्त परिवार व्यवस्था में उल्लेखनीय योगदान करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया।

मौजूद रहे प्रमुख अतिथि
सम्मेलन में अनेक शिक्षाविद, समाजसेविकाएँ और विभिन्न महाविद्यालयों के प्रतिनिधि शामिल रहे। प्रमुख उपस्थितियाँ डॉ. ज्योति लागू, दीपिका डडसेना (PG कॉलेज), प्रियंका तिवारी (इंजीनियरिंग कॉलेज), भारती देवांगन (सरस्वती शिशु मंदिर प्राचार्य), ज्योति सिंह, मिताली विश्वास, अंजली त्रिपाठी, निशा मंडल, शारदा पटेल (गायत्री परिवार), लेखिका करमजीत कौर, संगीता महापात्र, साधना श्रीवास्तव, राजेश्वरी नेताम, संगीता दुबे सहित अनेक सम्मानित महिलाएँ उपस्थित रहीं।

संस्था अध्यक्ष कुंवर राजबहादुर सिंह राणा, सचिव डॉ. प्रतीक लागू, प्राचार्य ईश्वर प्रसाद तिवारी, तथा संगम पाण्डेय भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन गीतिका ठाकुर ने किया और अंत में आभार प्रदर्शन के साथ सम्मेलन सम्पन्न हुआ।

सम्मेलन का प्रभाव
‘सप्तशक्ति संगम’ ने नारी की सात अंतर्निहित शक्तियों के सांस्कृतिक, सामाजिक और नैतिक महत्व को प्रभावी रूप से प्रस्तुत किया। विचार-विमर्श, प्रेरक उदाहरणों, सम्मान समारोह और सकारात्मक परिवर्तन के संकल्पों के माध्यम से महिला नेतृत्व की भूमिका को नए आयाम मिले और समाज में महिला शक्ति का व्यापक संदेश स्थापित हुआ।

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