छत्तीसगढ़ में बढ़ेगी बाघों की संख्या: उदंती और गुरु घासीदास रिजर्व में पांच बाघिन लाने की मिली अनुमति
एनटीसीए की टीम गुरु घासीदास अभयारण्य तथा यूएसटीआर का विजिट कर चुकी है। गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व-यूएसटीआर में पांच मादा समेत छह बाघ लाने की अनुमति मिली।
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रायपुर। स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड की 14वीं बैठक में गुरु घासीदास अभयारण्य तथा उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़ाने पिछले वर्ष मध्यप्रदेश से आधा दर्जन टाइगर लाने का प्रस्ताव केंद्रीय पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को भेजा गया था, जिस पर सहमति जताते हुए केंद्र ने एनटीसीए तथा मध्यप्रदेश पीसीसीएफ को पत्र भेजा है। बताया जा रहा है कि एनटीसीए की टीम गुरु घासीदास अभयारण्य तथा यूएसटीआर का विजिट कर चुकी है। एनटीसीए से अनुमति मिलने के बाद टाइगर लाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड की 14वीं बैठक में यूएसटीआर में बाघों के लिए अनुकूल परिस्थिति होने की बात का उल्लेख करते हुए वहां बाघ पुनस्र्थापित करने कान्हा, पेंच तथा बांधवगढ़ से दो मादा तथा एक नर बाघ ट्रांसलोकेट कर लाने प्रस्ताव भेजा गया था। इसके अलावा गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व में वर्तमान में छह बाघों की मौजूदगी, जिनका लिंगानुपात असंतुलित बताते हुए बांधवगढ़ से तीन बाघ लाने प्रस्ताव पास किया था।
सर्वे रिपोर्ट मिलने के बाद बाघ लाने का रास्ता साफ होगा
विभागीय अफसरों के अनुसार, एनटीसीए की टीम यूएसटीआर तथा गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व का विजिट कर चुकी है। एनटीसीए के अफसरों ने बाघों के प्रे-बेस तथा अन्य व्यवस्थाओं के लिए वन अफसरों को सर्वे रिपोर्ट भेजने निर्देश दिए थे। यूएसटीआर के साथ गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व ने सर्वे रिपोर्ट तैयार कर एनटीसीए के पास भेज दी है। रिपोर्ट का अवलोकन करने के बाद एनटीसीए बाघ लाने की अनुमति प्रदान करेगा।
चार रोडियो कॉलर खरीदे जा रहे
टाइगर लाने के पहले उनकी सतत निगरानी के लिए चार रेडियो कॉलर की खरीदी की जा रही है। अफसर टाइगर के लिए चार रेडियो कॉलर खरीदी करने आर्डर दिए जाने की बात कह रहे हैं। अफसरों के अनुसार, टाइगर के लिए जल्द ही रेडियो कॉलर उपलब्ध हो जाएंगे। उदंती-सीतानदी में वर्तमान में एक से दो नर टाइगर विचरण कर रहे हैं। ऐसे में मध्यप्रदेश से टाइगर आने के बाद उनके बीच द्वंद्व की स्थिति निर्मित न हो, इसकी फील्ड स्टाफ को विशेष निगरानी करनी होगी।
तड़ोबा सहित कई टाइगर रिजर्व के बाघों की होगी आमद
रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र के ताड़ोबा नेशनल पार्क के अलावा मध्यप्रदेश के कान्हा, बांधवगढ़ संजय डुबारी सहित अन्य टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या में वृद्धि हुई है। ठंड शुरू होते ही युवा बाघ नए टेरिटरी के तलाश में निकलते हैं। ऐसे में अक्टूबर-नवंबर से राज्य के गुरु घासीदास, इंद्रावती सहित यूएसटीआर में पड़ोसी राज्य के टाइगर रिजर्व से बाघों के आमद की संभावना है। एटीआर में बाघों की संख्या बढ़ने की वजह मध्यप्रदेश के टाइगर रिजर्व से टेरिटरी की तलाश में बाघों की आवाजाही होना है। ऐसी स्थिति में बाघों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कॉरिडोर में सुरक्षा बढ़ाने की व्यवस्था करनी होगी। भोरमदेव अभयारण्य बाघों की आवाजाही के लिए एक बड़ा कॉरिडोर है।