सोशल मीडिया के जरिए बड़ा खेल: नौकरी दिलाने के नाम पर 150 लड़कियों को बनाया बंधक
दुर्ग जिले के बोरसी में गुडवे इंडियन फैशन प्राइवेट लिमिटेड नाम से फर्जी मार्केटिंग संस्था का संचालन करने का मामला प्रकाश में आया है।
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दुर्ग। पद्मनाभपुर थाना अंतर्गत बोरसी के कदम प्लाजा में गुडवे इंडियन फैशन प्राइवेट लिमिटेड नाम से फर्जी मार्केटिंग संस्था का संचालन करने का मामला प्रकाश में आया है। आरोपियों द्वारा इस मार्केटिंग कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर 150 से ज्यादा लड़कियों को चंगुल में फंसाया गया। इसके बाद उन्हें सोशल मीडिया प्लेटफार्म में लड़कों से बात कर उन्हें संस्था से जोड़ने और पैसे ऐठने के लिए ट्रेनिंग दी गई। इन लड़कियों को घर जाने से भी रोका गया।अघोषित रूप से बंधक बनाकर रखा गया। उनसे पहले रजिस्ट्रेशन के नाम पर 3-3 हजार रुपए वसूले गए। इसके बाद 46-46 हजार रुपए और लिए गए। इतना ही नहीं कई लड़कियों से 10-10 हजार रुपए लिए गए, उन्हें डराया-धमाया गया।
शनिवार को इस मामले को लेकर जमकर हंगामा मचा। पीड़ित पक्ष थाने पहुंचे, इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ। मामले में एक लड़की की शिकायत के बाद पुलिस ने रामभरोसे साहू, सत्यम पटेल, साहिल कश्यप, सुभाष चौधरी, राहुल सौंधिया, वेदप्रकाश शास्त्री, साधना पटेल सहित अन्य के विरुद्ध अपराध दर्ज किया है। मामले में पुलिस ने आरोपी मैनेजर सत्यम पटेल, साहिल कश्यप, राम भरोसे को गिरफ्तार किया है। बाकी की तलाश जारी है।
पुलिस मामले की कर रही जाँच
पद्मनाभपुर पुलिस ने बताया कि, डोमा थाना भखारा धमतरी निवासी पूजा कोसरे ने सबसे पहले मामले की जानकारी पुलिस को दी। अप्रैल 2025 में सहेली तनीशा तारक से पता चला कि बोरसी में गुडवे इंडियन फैशन प्राइवेट लिमिटेड नामक संस्था चल रही है। जहां जॉब के लिए तनीशा के माध्यम से 9 अप्रैल को कंपनी के ब्रांच मैनेजर सत्यम पटेल, साहिल कश्यप, रामभरोश साहू से संपर्क किया। मैनेजर ने सहेली जया यदु, वंदना कोमरा, दिव्या भारती, हिना सहारे, प्रियंका साहू, कल्याणी नेताम, चन्द्रहास साहू, प्रेम तारक, शिवम से ट्रेनिंग और रजिस्ट्रेशन के लिए 3-3 हजार लेकर कंपनी के नाम से ड्रेस, कंपनी के नामिनी, आईडी बीमा के लिये 46-46 हजार रुपए जमा कराए। ब्रांच मैनेजर राहुल सौंधिया और जोनल मैनेजर सुभाष चौधरी ने सभी का इंटरव्यू लिया। इंटरव्यू लेने के बाद सभी का सलेक्शन होने की जानकारी दी। बाद में ट्रेनिंग के बाद डराने-धमकाने लगे। उन्हें बाहर जाने से रोकने लगे। घरवालों से संपर्क नहीं करने दे रहे थे। बहरहाल पुलिस इस मामले में जांच कर रही है।
तीन आरोपी गिरफ्तार
दुर्ग के सीएसपी हर्षित मेहर ने बताया कि, नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले सात के खिलाफ अपराध कायम किया गया है। तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई है। फरार की तलाश में पुलिस जुटी हुई है। पीड़ित युवतियों की ओर से लिखित शिकायत आई है। जांच में सामने आया है कि कंपनी नौकरी के नाम पर युवक-युवतियों से ठगी किया है। कंपनी नए लोगों को जोड़ने का दबाव डालती है। फिलहाल जांच जारी है।