कांग्रेस का संगठन सृजन अभियान: रायपुर शहर से दिग्गजों के बीच युवा संजीव शुक्ला ने भी ठोंकी दावेदारी
छत्तीसगढ़ में संगठन को मजबूत करने के लिए संगठन सृजन अभियान चला रही है। रायपुर शहर से भी कई दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं।
कांग्रेस नेता संजीव शुक्ला
रायपुर। कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान के तहत रायपुर शहर से भी कई दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। इनमें विनोद तिवारी, संजीव शुक्ला, सुबोध हरितवाल, दीपक मिश्रा, श्रीकुमार मेनन, शिवकुमार ठाकुर, सुनील कुकरेजा और पंकज मिश्रा समेत तीन दर्जन वरिष्ठ कांग्रेसी शामिल हैं। वहीं अपने-अपने पसंद का जिलाध्यक्ष बनवाने कांग्रेस से वरिष्ठ नेता जुटे हुए हैं। पर्यवेक्षक अपने प्रभार वाले जिलों में स्थानीय कांग्रेस नेताओं और पीसीसी के पर्यवेक्षकों से फीडबैक लेकर पैनल तैयार करेंगे। इन्हीं में से एक नाम एआईसीसी बतौर जिलाध्यक्ष घोषित करेगा।
ये माने जा रहे हैं प्रमुख दावेदार
विनोद तिवारी- विनोद तिवारी एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष, युवा कांग्रेस शहर अध्यक्ष रायपुर, लोकसभा अध्यक्ष, युवा कांग्रेस रायपुर, शहर उपाध्यक्ष शहर कांग्रेस रायपुर के पद और संयुक्त महासचिव एवं सचिव पीसीसी रहे हैं। साथ ही छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के संचालक मंडल के सदस्य के रूप में अपनी सेवाएं दी।
संजीव शुक्ला- संजीव शुक्ला ने बीकॉम, एमकॉम और LLB की पढ़ाई की है। वर्ष 1999 में NSUI वे जिला महामंत्री बने, वर्ष 2002 में प्रदेश महासचिव बने, वर्ष 2008 उत्तराखण्ड चुनाव में वे DRO बनाए गए। वर्ष 2009 में वे NSUI के निर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष बने. वर्ष 2017 में युवा कांग्रेस के निर्वाचित प्रदेश बने। वर्ष 2018 में युवा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता बनाए गए। इसके साथ ही वे 2020 से 2023 तक वे युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और बिहार के प्रभारी बने।
सुबोध हरितवाल- वर्तमान प्रदेश महासचिव हैं। उन्होंने युवा कांग्रेस और राष्ट्रीय पदाधिकारी के रूप में युवा कांग्रेस में कार्य किया।
श्रीकुमार मेनन- युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रह चुके हैं। निगम की राजनीति में पिछले कई सालों से सक्रिय हैं।
शिव सिंह ठाकुर- वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस में संयुक्त महामंत्री हैं। उन्होंने आरडीए सदस्य के रूप में अपनी सेवाएं भी दी हैं।
दीपक मिश्रा- प्रदेश कांग्रेस के महासचिव का पद संभाल रहे हैं और कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है।
सुनील कुकरेजा- रायपुर शहर कांग्रेस अघ्यक्ष पद के अन्य दावेदारों में सुनील कुकरेजा पूर्व अध्यक्ष युवा कांग्रेस उत्तर विधानसभा और रायपुर लोकसभा रह चुके हैं।
पंकज मिश्रा- एनएसयूआई से कांग्रेस में सक्रिय रहे, वर्तमान में प्रदेश सचिव भी हैं। अन्य दावेदारों में सुनील कुमार बाजारी शामिल हैं, वे 4 दशक से कांग्रेस में सक्रिय हैं।
एआईसीसी से पर्यवेक्षक बनाए गए है प्रफुल्ल गुडाधे
कांग्रेस संगठन सृजन अभियान के तहत रायपुर जिले के पर्यवेक्षक प्रफुल्ल गुडाधे 8 अक्टूबर की शाम रायपुर पहुंचेंगे। 9 तारीख को सुबह पीसीसी और डीसीसी अध्यक्ष के साथ बैठक करेंगे। उसी दिन रायपुर शहर के जिला स्तर के नेताओं के साथ मुलाकात करेंगे। उसके बाद जिले के वरिष्ठ नेताओं के साथ वन-टू-वन बैठक करेंगे। 10 तारीख को रायपुर ग्रामीण के नेताओं के साथ बैठक करेंगे। 11 से 14 अक्टूबर तक वे ब्लॉक लेवल के नेताओं के साथ बैठक करेंगे। 15 अक्टूबर को दावेदार नेताओं से मिलकर उनकी बात सुनेंगे। इस दौरान वे शहर और ग्रामीण जिला अध्यक्ष के लिए नामों पर सुझाव लेने के बाद निर्णय लेंगे।
ग्रामीण अध्यक्ष के लिए ये हैं दावेदार
जिला ग्रामीण अध्यक्ष के लिए दावेदारों में पूर्व अध्यक्ष उधोराम वर्मा, धनेंद्र साहू के पुत्र प्रवीण साहू, पूर्व जिला पंचायत सदस्य राजेंद्र पप्पू बंजारे और भावेश बघेल का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है।
सक्रिय लोगों को मौका
पर्यवेक्षक आएंगे और दावेदारों से आवेदन लेने के बद उनके की रिपोर्ट जुटाएंगे। फिर 3 से 6 नामों का पैनल तैयार करके ले जाएंगे। पर्यवेक्षकों के पैनल को फिर हाईकमान अपने स्तर पर क्रॉस चेक कराएगा। हालांकि प्रभारी और पीसीसी अध्यक्ष की राय को तवज्जो दी जाएगी। पर्यवेक्षक ब्लाकों में जाकर कार्यकर्ताओं से रायशुमारी करेंगे। वहां से नाम लेकर अंत में जिला कांग्रेस कमेटी के साथ बैठक की पूरी सूची तैयार करेंगे।
दावेदारों को इन सवालों का देना होगा जवाब
दावेदारी के लिए आवेदन का जो फार्मेट तैयार किया गया है उसमें 10 सवालों के जवाब देना होगा। इनमें संगठनात्मक और चुनाव पृष्टभूमि की जानकारी, इस अवधि में संभाले गए पद एवं दायित्व, सरकारी पद में नामित करने किए जाने जानकारी, क्या कभी चुनाव लड़ा, तो उसका पूरा डिटेल्स, सामाजिक गतिविधियों से जुड़े होने की जानकारी, पार्टी द्वारा चलाए जाने वाले ट्रेनिंग कार्यक्रम में हिस्सा लेने की जानकारी, किसी अन्य राजनीतिक पार्टी के सदस्य रह चुके हों तो उसकी जानकारी, पार्टी के द्वारा किए गए अनुशानात्मक कार्रवाई, आपराधिक मामलों की पूरी जानकारी और अंत में जिला अध्यक्ष क्यों बनना चाहते हैं। इसके संबंध में अपने दावे और विशेष योग्यता के बारे में पूछा गया है। अध्यक्ष बनने के लिए पांच साल से कांग्रेस का सदस्य होना अनिवार्य होगा।