'गजरथ यात्रा' पुस्तक का विमोचन: हाथी-मानव द्वंद रोकने में मददगार 6 वनकर्मी सीएम साय के हाथों सम्मानित
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 29 दिसंबर को अपने निज निवास बगिया में गजरथ यात्रा-2025 पुस्तक का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गजरथ यात्रा-2025 पुस्तक का किया विमोचन
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 29 दिसंबर को अपने निज निवास बगिया में गजरथ यात्रा-2025 पुस्तक का विमोचन किया। इस मौके पर हाथी-मानव द्वंद रोकने में मददगार करने वाले 6 वनकर्मी को भी सम्मानित किया गया।
इस पुस्तक में जशपुर जिले में हाथी विचरण क्षेत्रों और संवेदनशील इलाकों के वर्गीकरण, विद्यालय स्तर पर चलाए जा रहे जागरूकता अभियानों, गज सूचना एवं नियंत्रण कक्ष की स्थापना, मानव-हाथी द्वंद प्रबंधन के लिए तकनीकी पहल एनीमल ट्रैकर ऐप प्रशिक्षण तथा जिलेभर में गजरथ यात्रा के विस्तार एवं उपलब्धियों का विस्तार से समावेश किया गया है।
हाथी द्वंद रोकने वाले 6 वनकर्मियों को किया सम्मानित
मुख्यमंत्री ने हाथी-मानव द्वंद को कम करने और जनजागरूकता के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने वाले 6 वनकर्मियों को प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। इनमें वनपाल उमेश पैंकरा, वनरक्षक दुर्गेश नंदन साय और आरआरटी से महत्तम राम सोनी, गणेश राम और रविशंकर पैंकरा, हाथी मित्र दल से फूल सिंह सिदार शामिल हैं।
बच्चों को प्रकृति से जोड़ना भविष्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि, पुस्तक में समाहित जानकारियां आमजन को हाथियों के व्यवहार को समझने, संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान करने और आवश्यक सतर्कता उपायों को अपनाने में सहायक होंगी। उन्होंने विद्यालय स्तर पर चलाए जा रहे जागरूकता अभियानों की सराहना करते हुए कहा कि, बच्चों को प्रकृति और वन्यजीव संरक्षण से जोड़ना भविष्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
साहस और सेवाभाव से टली बड़ी घटनाएं
सम्मानित किए गए वनकर्मियों और आरआरटी सदस्यों की प्रशंसा करते हुए सीएम साय ने कहा कि, इनकी सतर्कता, साहस और सेवाभाव के कारण ही कई गांवों में बड़ी घटनाएं टल सकी हैं, जिससे जान-माल की रक्षा संभव हो पाई है।
ये लोग रहे मौजूद
इस दौरान कमिश्नर नरेन्द्र कुमार दुग्गा, आईजी दीपक कुमार झा, कलेक्टर रोहित व्यास, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह और वनमंडलाधिकारी शशि कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।