CGPSC घोटाले में बड़ा एक्शन: CBI ने पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक समेत पांच को किया गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग घोटाला मामले में CBI ने पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

Updated On 2025-09-19 14:42:00 IST

पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक समेत पांच गिरफ्तार 

रायपुर।छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ( CGPSC ) घोटाला मामले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है। इस दौरान केंद्रीय जांच ब्यूरो ( CBI ) ने CGPSC के पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनमें डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित पीएससी के पूर्व सचिव के बेटे सुमित ध्रुव, निशा कोसले, दीपा आदिल, सुमित ध्रुव, जीवन किशोर ध्रुव के नाम शामिल हैं। 

वहीं बीते माह छत्तीसगढ़ लोक सेवा परीक्षा-2021 (CGPSC) में चयनित निर्दोष अभ्यर्थियों को बिलासपुर हाई कोर्ट ने राहत दी थी। हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने फैसला सुनाते हुए कहा था कि, जिन अभ्यर्थियों पर अब तक सीबीआई जांच में कोई आपत्ति नहीं मिली है और जिनका नाम चार्जशीट में नहीं है, उन्हें दो माह के भीतर नियुक्ति पत्र सौंपाने के निर्देश दिए हैं। कोर्ट ने यह भी कहा कि, 10 मई 2024 तक की वैधता अवधि के भीतर नियुक्तियां पूरी कर ली जाएं।


क्या है पूरा मामला
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने 26 नवंबर 2021 को 171 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था। इसमें डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी, नायब तहसीलदार, जेल अधीक्षक और लेखाधिकारी जैसे अहम पद शामिल थे। परीक्षा के नतीजे 11 मई 2023 को जारी हुए।चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी नियुक्तियों पर रोक लगा दी गई क्योंकि परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगे थे।

गड़बड़ी के लगे हैं आरोप
पीएससी के कुछ पदाधिकारियों और उनके रिश्तेदारों के चयन को लेकर सवाल उठे। इसके बाद मामला कोर्ट पहुंचा और सीबीआई को जांच सौंपी दी गई। इस जांच के चलते सभी चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति अटक गई, भले ही उनके खिलाफ कोई आरोप न हो। ऐसे में 60 से ज्यादा अभ्यर्थियों ने कोर्ट में गुहार लगाई कि वे पूरी तरह पात्र और निर्दोष हैं, फिर भी उन्हें नियुक्ति नहीं मिल रही।

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