रावण दहन को लेकर विवाद: प्रशासन ने दूसरे को दी अनुमति, अर्पांचल लोक मंच समिति ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
बिलासपुर के साइंस कॉलेज मैदान में प्रशासन ने अर्पांचल लोक मंच समिति की जगह किसी और को अनुमति दे दी है। इससे नाराज समिति के लोगों आंदोलन की चेतावनी दी है।
समिति के अध्यक्ष सिद्धांशु मिश्रा
पंकज गुप्ते- बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में इस बार दशहरा पर्व पर रावण दहन को लेकर शहर में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। साइंस कॉलेज मैदान, जहां पिछले पांच वर्षों से अर्पांचल लोक मंच समिति रावण दहन करती आई है, वहां इस बार प्रशासन ने किसी और को अनुमति दे दी है। इसी फैसले से मंच के पदाधिकारी भड़क उठे हैं और उन्होंने ऐलान कर दिया है कि चाहे बड़ी से बड़ी अग्नि परीक्षा क्यों न देनी पड़े, लेकिन रावण दहन वहीं करेंगे।
दरअसल, समिति के अध्यक्ष सिद्धांशु मिश्रा ने प्रेसवार्ता कर प्रशासन और पुलिस पर दबाव में काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब समिति ने समय पर आवेदन दिया था, तो फिर कॉलेज प्रबंधन ने किसी और का आवेदन क्यों स्वीकार किया। श्री मिश्रा ने चेतावनी देते हुए साफ कहा कि, भले ही जेल जाना पड़े, लेकिन रावण दहन साइंस कॉलेज मैदान में ही होगा। सिद्धांशु मिश्रा ने इस पूरे प्रकरण को लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताया।
जरुरत पड़ने पर जाएंगे कोर्ट
उन्होंने कहा आगे कि, आवश्यकता पड़ी तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे और विधायक सुशांत शुक्ला से भी मुलाकात करेंगे। अब सबकी निगाहें प्रशासन के अगले कदम पर हैं कि परंपरा को कायम रखा जाएगा या इस बार मैदान में नए आयोजनकर्ता को जिम्मेदारी दी जाएगी।