कांगेर वैली में शुरू हुई बंबू राफ्टिंग: विश्व पर्यटन संगठन द्वारा चयनित धुरवा डेरा में रोमांचक गतिविधियाें का उठा सकेंगे आनंद
बस्तर के धूड़मारास में शुरू हुई बंबू राफ्टिंग और ट्राइबल टूरिज्म की गतिविधियाँ, ग्राम सभा की पहल से ग्रामीण पर्यटन को मिली नई पहचान, पर्यावरण संरक्षण पर रहा विशेष जोर।
धूड़मारास में पर्यटकों के लिए बाम्बू राफ्टिंग
अनिल सामंत - जगदलपुर। बस्तर संभाग में पर्यटन को नई ऊँचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है। जगदलपुर से लगभग 35-40 किलोमीटर दूर, कांगेर वैली नेशनल पार्क से सटे ग्राम धूड़मारास (धुरवा डेरा) में 22 अक्टूबर से पर्यटन गतिविधियाँ शुरू हो चुकी हैं। यह गाँव विश्व पर्यटन संगठन द्वारा चयनित विशेष ग्रामों में शामिल है।
स्थानीय पहल से होगा पर्यटन विकास
21 अक्टूबर को धूड़मारास में आयोजित विशेष ग्राम सभा में निर्णय लिया गया कि इस पर्यटन सत्र से पर्यटकों के लिए बंबू राफ्टिंग, कायकिंग, नेचर वॉक और ट्रेकिंग जैसी गतिविधियाँ प्रारंभ की जाएंगी। ग्राम सभा ने स्थानीय युवाओं को रोजगार से जोड़ते हुए पर्यटन संचालन की जिम्मेदारी स्वयं संभालने का निर्णय लिया है।
पर्यटकों के लिए आकर्षक व्यवस्थाएँ
इस सत्र में पर्यटकों को धूड़मारास में निम्नलिखित सुविधाएँ जैसे बंबू राफ्टिंग और कायकिंग, होमस्टे में ठहरने की व्यवस्था, देशी व्यंजन और जनजातीय नृत्य का आनंद, बर्ड वॉचिंग, विलेज टूर, और नेचर वॉक, ट्रेकिंग और स्थानीय गाइड की सुविधा उपलब्ध कराई जाएंगी। पर्यटक इन सभी सेवाओं का लाभ लेने के लिए होमस्टे संचालक या ग्राम सभा पर्यटन समिति से पूर्व संपर्क कर सकते हैं।
पर्यावरण संरक्षण पर सख्ती
ग्राम सभा ने साफ निर्देश दिए हैं कि पूरे ग्राम क्षेत्र में प्लास्टिक वस्तुओं का पूर्णतः निषेध रहेगा, इसके साथ ही पिकनिक मनाना, साउंड सिस्टम बजाना और मदिरा सेवन भी सख्ती से वर्जित होगा, ग्राम सभा ने चेतावनी दी है कि नियमों का उल्लंघन करने पर दंडात्मक कार्रवाई भी की जाएगी।
नवाचार की नकल पर भी रोक
ग्राम सभा ने स्पष्ट किया है कि धूड़मारास में किए जा रहे पर्यटन से जुड़े नवाचार कार्यों की नकल बिना अनुमति के करना कानूनी अपराध माना जाएगा। किसी भी व्यक्ति या संस्था को इस मॉडल को अपनाने से पहले ग्राम सभा से अनुमति लेना अनिवार्य होगा।