श्याम दादा के साथ 10 नक्सलियों का समर्पण: आईजी बस्तर के सामने डाला हथियार, इन पर था 65 लाख का ईनाम
जगदलपुर में शुक्रवार को एक बड़े नक्सली श्याम दादा के साथ 10 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। इन पर कुल 65 लाख रुपयों का ईनाम था।
10 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण
जीवानंद हलधर- जगदलपुर। सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर शुक्रवार को जगदलपुर के शौर्य भवन में एक DKSZC श्याम दादा के साथ 10 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। इस दौरान पूर्व में आत्मसमर्पण कर चुके सीसी मेंबर रूपेश ने भी अपना वक्तव्य रखा। उन्होंने शेष बचे नक्सल साथियों से भी मुख्यधारा में शामिल होने अपील की।
आईजी बस्तर के सामने आत्मसमर्पण करने वाले DKSZC श्याम दादा ने कहा- कालेज की पढ़ाई के समय से ही नक्सलियों की मेडिकल टीम से संपर्क हुआ और 1980 में ही भूमिगत हो गया। इस दौरान उन्होंने कई बड़े वारदातों को अंजाम दिया। श्याम दादा ने कहा- सबसे पहले गढ़चिरौली जिले में वह था। उसके बाद वह दर्भा डिविजन का प्रभारी रहे। सबसे बड़ी बात झीरम कांड में शामिल रहे, जिसमें 30 कांग्रेसी नेता शहीद हुए।
बस्तर में अब कुल 120 नक्सली बचे : आईजी
समर्पित श्याम दादा ने शेष बचे नक्सलियों को आत्मसमर्पण के लिए अपील की, वहीं बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने कहा कि, अब तक 550 नक्सलियों ने आत्म समर्पण कर दिया है। शुक्रवार को जिन 10 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया उन पर कुल 65 लाख रुपयों का ईनाम था। बस्तर आईजी ने कहा- अब बचे 4/5 बड़े लीडर हैं। कुल बस्तर में 120 नक्सली लगभग बचे हैं।
माड़, नार्थ और दरभा डिविजन हुए नक्सल मुक्त
माड़ डिविजन, नार्थ डिविजन और दर्भा डिविजन सहित 15 एरिया कमेटी का क्षेत्र नक्सल मुक्त हो गया है। शेष बचे नक्सलियों को मुख्यधारा में वापसी करने की अपील उन्होनें की।