आदिवासी बच्चियों के धर्मांतरण की कोशिश: स्थानीय महिला ले जा रही थी प्रार्थना सभा, ग्रामीणों ने किया हंगामा

अंबिकापुर के मैनपाट में आरती नाम की महिला 6 बच्चियों को प्रार्थना सभा में ले जा रही थी। स्थानीय युवकों ने रोककर उसका विरोध किया।

Updated On 2025-09-15 10:10:00 IST

नाबालिग बच्चियों के साथ महिला

संतोष कश्यप - अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां मैनपाट में नाबालिग बच्चियों को बहला-फुसलाकर धर्मांतरण के लिए चर्च और चंगाई सभा में ले जाने का मामला सुर्ख़ियों में आया है।

जानकारी के अनुसार, केसर गांव की 6 बच्चियों को आरती नाम की एक महिला प्राथर्ना सभा में ले जा रही थी। इसी दौरान कुछ सतर्क स्थानीय युवकों ने महिला को रस्ते में ही रोक लिया। युवकों ने बच्चियों और महिला से सवाल-जवाब किया, जिसका वीडियो बनाकर सोशल मिडिया पर डाल दिया। यह वीडियो अब तेजी से वायरल हो रहा है और पूरे इलाके में आक्रोश का माहौल है।

मैनपाट के पथरई गांव की घटना
स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि, माझी जनजाति के बच्चों को सुनियोजित तरीके से बहकाकर चर्च में ले जायाजा रहा है, जहां उनका ब्रेन वॉश कर धर्म परिवर्तन कराया जाता है। घटना मैनपाट के पथरई गांव की है, जहां एक बड़ा चर्च स्थित है और यहां नियमित रूप से प्रार्थना सभाएं होती हैं।

मामले की जांच में जुटी पुलिस
वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्रीय विधायक राम कुमार टोप्पो ने आश्वासन दिया है कि, दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

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