नारायणपुर ने फुटबॉल टूर्नामेंट में रचा इतिहास: चेन्नई को हराकर बने चैंपियन, 45 वर्षों में पहली बार बस्तर अंचल की टीम ने जीता खिताब
ऑल इंडिया फुटबॉल टूर्नामेंट में नारायणपुर की युवा फुटबॉल टीम ने जीत का ख़िताब अपने नाम किया है। चेन्नई पुलिस को हराकर चैंपियन बन गए हैं।
ऑल इंडिया फुटबॉल टूर्नामेंट नारायणपुर के फुटबॉल टीम बनी विजेता
जीवानंद हलधर- जगदलपुर। ऑल इंडिया फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में नक्सल प्रभावित क्षेत्र नारायणपुर के रामकृष्ण आश्रम की युवा फुटबॉल टीम ने राष्ट्रीय स्तर पर परचम लहराया है। तमिलनाडु की चेन्नई पुलिस टीम को 5- 4 से शिकस्त देकर चैंपियन बन गए हैं। निर्धारित 90 मिनट के खेल में मैच 1–1 की बराबरी पर रहने के बाद निर्णय रोमांचक पेनाल्टी शूटआउट से हुआ, जिसमें नारायणपुर ने शानदार दबदबा दिखाते हुए खिताब अपने नाम किया।
फाइनल मैच में 79वें मिनट में तमिलनाडु पुलिस के विजयन द्वारा ऑन गोलबके कारण टीम को बढ़त मिली, जबकि 82वें मिनट में मिले पेनाल्टी अवसर पर नारायणपुर ने वापसी करते हुए स्कोर 1–1 कर दिया। सिटी फुटबॉल ग्राउंड दर्शकों से खचाखच भरा रहा और मैच के हर क्षण में रोमांच चरम पर था। फाइनल की रेफरिंग मुख्य रेफरी रविंद्र कुमार सिंह, सहायक रेफरी चंद्रशेखर ठाकुर,सी प्रफुल,और चौथे अधिकारी दीपक दहरिया ने संभाली।
अंचल के लिए गौरव का क्षण- अशोक उसेंडी
मैच कमिश्नर और रेफरी असेसर विश्वजीत भट्टाचार्य रहे। समापन समारोह में अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष रूपसिंह मंडावी और छग फुटबॉल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अशोक उसेंडी ने विजेता टीम को बधाई देते हुए कहा कि, 45 वर्षों में पहली बार बस्तर की किसी टीम ने राष्ट्रीय स्तर का खिताब जीता है, जो पूरे अंचल के लिए गौरव का क्षण है।
नगद पुरस्कार और ट्रॉफी देकर किया गया सम्मानित
विजेता टीम को डेढ़ लाख रुपये का नगद पुरस्कार और चैंपियन ट्रॉफी वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप द्वारा प्रदान की गई। उपविजेता चेन्नई पुलिस को एक लाख रुपये और रनर-अप ट्रॉफी दी गई। ट्रॉफी वरिष्ठ अधिवक्ता संतोष मिश्रा द्वारा अपनी पत्नी इंदिरा मिश्रा की स्मृति में प्रदान की गई। आयोजन में 16 टीमों ने भाग लिया। नारायणपुर ने निर्णायक पलों में धैर्य और सटीकता दिखाते हुए 5- 4 कुल स्कोर के साथ खिताब पर कब्जा किया।