Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन में घमासान! JMM-RLJP की एंट्री से सीट बंटवारे पर मचा बवाल
Bihar Elections 2025: महागठबंधन में JMM और RLJP की एंट्री तय, लेकिन सीट शेयरिंग को लेकर मुश्किलें बढ़ीं। राजद, वाम दल, कांग्रेस और VIP में खींचतान जारी।
JMM और RLJP के आने से महागंठबंधन में सीट शेयरिंग पर खींचतान।
Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले विपक्षी महागठबंधन (INDIA Bloc) का दायरा और बड़ा होने जा रहा है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और पशुपति कुमार पारस की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) जल्द ही महागठबंधन में शामिल होने वाली हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार ने शनिवार को कहा, ''दो और पार्टियां महागठबंधन का हिस्सा बनने वाली हैं, ऐसे में हमें अपनी सीटों की हिस्सेदारी घटानी पड़ेगी।''
सीट बंटवारे पर संकट गहराया
नई पार्टियों के आने से सीट शेयरिंग का संकट और गहरा सकता है। अभी तक महागठबंधन में राजद (RJD), कांग्रेस, विकासशील इंसान पार्टी (VIP) और वामपंथी दल शामिल हैं। अब JMM और RLJP की एंट्री से सीटों का गणित और पेचीदा हो जाएगा।
RJD का 150 सीटों पर दावा
महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी राजद कम से कम 150 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। इसका मतलब है कि बाकी सहयोगियों के लिए सिर्फ 93 सीटें बचेंगी। यह स्थिति वामपंथी दलों और कांग्रेस को नाराज कर सकती है।
वामपंथी दलों की बढ़ी मांग
वाम दल 2020 के प्रदर्शन का हवाला देकर ज्यादा सीटें मांग रहे हैं। पिछली बार CPI-ML ने 19 में से 12 सीटें जीती थीं, जबकि CPI(M) ने 4 में से 2 और CPI ने 6 में से 2 सीटें जीती थीं। इस बार वे कम से कम 40 सीटों पर दावा ठोक रहे हैं।
VIP बोली – विवाद नहीं
मुकेश सहनी की VIP ने भी इस बार 60 सीटों की मांग की है। 2020 में VIP ने 11 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 4 पर जीत दर्ज की थी। हालांकि सहनी का कहना है कि महागठबंधन में इस बार किसी तरह का विवाद नहीं है और सबकुछ तेजस्वी यादव की अगुवाई में मिलजुलकर तय होगा।
कांग्रेस को लग सकता है झटका
इस खींचतान के बीच कांग्रेस को सीटें कम मिल सकती हैं। 2020 में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन सिर्फ 19 पर जीत पाई थी। कहा जा रहा है कि कांग्रेस इस बार 60 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतार सकती है।
बताते चलें कि बिहार विधानसभा चुनाव इसी साल (अक्टूबर-नवंबर) होने हैं और उससे पहले एनडीए और महागठबंधन के अंदर सीट बंटवारे पर चर्चा जारी है।