वास्तु शास्त्र: घड़ी लगाने की क्या है सही दिशा? जानें
Vastu Shastra: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर या ऑफिस में घड़ी लगाने की सही दिशा और रंग जानें। गलत दिशा से बचें और समय का सदुपयोग करें।
Vastu Shastra: घड़ी सिर्फ समय बताने का एक उपकरण नहीं, बल्कि वास्तु शास्त्र में इसे सकारात्मक ऊर्जा और जीवन में अनुशासन का प्रतीक माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सही दिशा, रंग और स्थिति में घड़ी लगाने से न केवल घर या कार्यालय का वातावरण संतुलित होता है, बल्कि यह सुख, समृद्धि और तरक्की के द्वार भी खोलती है। जानिए वास्तु के अनुसार घड़ी कहां लगाना शुभ रहता है और किन दिशाओं से परहेज करना चाहिए?
पूर्व दिशा-नयी ऊर्जा और अवसरों का प्रतीक
वास्तु शास्त्र में पूर्व दिशा को सबसे शुभ माना गया है क्योंकि यह सूर्य की दिशा है। यह दिशा नए आरंभ, ऊर्जा और उत्साह का संदेश देती है। घर या ऑफिस की पूर्व दिशा में घड़ी लगाने से जीवन में नई शुरुआत के अवसर प्राप्त होते हैं। यह स्थान बच्चों की पढ़ाई के लिए भी अच्छा माना जाता है। यहां लगी घड़ी घर के वातावरण को सकारात्मक बनाए रखती है और पूरे परिवार में उर्जा का संचार करती है।
उत्तर दिशा-धन और समृद्धि की दिशा
उत्तर दिशा को धन और समृद्धि की दिशा कहा गया है, क्योंकि इसे कुबेर की दिशा भी माना जाता है। यदि आप घर की उत्तर दिशा की दीवार पर घड़ी लगाते हैं तो इससे आर्थिक स्थिरता और धन वृद्धि के संकेत मिलते हैं। व्यापारियों और व्यवसायियों के लिए यह दिशा विशेष रूप से लाभकारी होती है। यहां घड़ी लगाने से समय का सही सदुपयोग होता है और पारिवारिक संबंध भी मधुर बने रहते हैं।
दक्षिण और पश्चिम दिशा से बचाव जरूरी
दक्षिण दिशा को यमराज की दिशा माना गया है, इसलिए यहां घड़ी लगाना शुभ नहीं माना जाता। ऐसी स्थिति में घर की सकारात्मक ऊर्जा कमजोर हो सकती है। पश्चिम दिशा में घड़ी लगाने से प्रगति में बाधाएं आ सकती हैं और अवसरों में देरी हो सकती है। यदि इन दिशाओं में घड़ी लगानी अनिवार्य हो, तो ध्यान रखें कि घड़ी बंद न हो और समय सही दिखाती रहे। बंद या टूटी हुई घड़ी नकारात्मकता और ठहराव का संकेत होती है, जो जीवन की प्रगति को रोक सकती है।
रंग और स्थिति भी महत्वपूर्ण
वास्तु के अनुसार, गोल या चौकोर आकार की घड़ी शुभ मानी जाती है क्योंकि ये पूर्णता और स्थिरता का प्रतीक होती हैं। घड़ी को ऐसी जगह लगाएं जहां से वह सभी को आसानी से दिखाई दे। टूटी या बंद घड़ी न लगाएं क्योंकि यह बाधा और रुकावट का संकेत देती है। साथ ही, घड़ी की सफाई नियमित रूप से करें ताकि वह सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती रहे। हल्के और सुखद रंगों की घड़ी घर में शांति और सफलता को बढ़ावा देती है।
वास्तु शास्त्र में घड़ी को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। इसे हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में लगाना चाहिए और दक्षिण या पश्चिम दिशा से बचना चाहिए। सही दिशा के साथ-साथ उचित रंग, आकार और स्थिति में लगी घड़ी घर या ऑफिस की ऊर्जा को संतुलित करती है और जीवन में खुशहाली, सफलता तथा अनुशासन लाती है। इसलिए, घड़ी को सिर्फ समय बताने वाला यंत्र न समझें, बल्कि इसे जीवन में सकारात्मक बदलाव का कारक बनाएं।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। HariBhoomi.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।