Surya Grahan 2025: सूर्य ग्रहण पर बनेगा समसप्तक योग, जानें किन राशियों क्या पड़ेगा प्रभाव?

Surya Grahan 2025 का असर वृषभ, सिंह और मीन सहित कई राशियों पर हो सकता है। जानिए सूर्य ग्रहण के दौरान कौन सी राशियां रहें सतर्क और किन उपायों से मिलेगा लाभ।

Updated On 2025-09-18 21:30:00 IST

Surya Grahan 2025: 21 सितंबर 2025 को भारत के समयानुसार सूर्य ग्रहण रात 11 बजे के बाद लगेगा। ग्रहण कन्या राशि में होगा, और इस दिन शनि मीन राशि में स्थित होंगे। इस तरह शनि‑सूर्य का समसप्तक योग बनेगा। क्योंकि ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक काल (पर्व या लोक मान्य धार्मिक नियम) मान्य नहीं होगा। फिर भी, ग्रहण का असर राशियों पर मनोवैज्ञानिक और ज्योतिषीय दृष्टि से महसूस किया जा सकता है। यहां जानें किन राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा और इससे निपटने के उपाय।

वृषभ राशि

प्रभाव

  • ग्रहण इस राशि से आपका पंचम भाव प्रभावित करेगा, जो प्रेम, शिक्षा, सृजनात्मकता और भावनात्मक इच्छाओं का कारक है।
  • रिश्तों में दूरी‑भाव हो सकता है, संवाद में गलतफहमियां उत्पन्न हो सकती हैं।
  • शिक्षा या किसी रचनात्मक कार्य में आपका ध्यान आकर्षित हो सकता है, निर्णयों में जल्दबाजी बुरी हो सकती है।
  • आर्थिक मामलों में अस्थिरता हो सकती है। निवेश निर्णय या खर्च करने से पहले सोच‑विचार जरूरी होगा।

उपाय

  • ग्रहण के दिन और कुछ दिनों बाद बड़े वित्तीय या संवेदनशील निर्णय लेने से बचें।
  • सामाजिक और पारिवारिक संबंधों में संयम और समझदारी बरतें।
  • गेहूं का दान करें, सूर्य से संबद्ध मंत्रों का जप करें ताकि सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे।

सिंह राशि

प्रभाव

  • आपका सूर्य ग्रहण द्वितीय भाव में लगेगा, जो धन, संपत्ति और मूल्य‑बोध से जुड़ा है।
  • अचानक खर्च बढ़ सकते हैं या किसी अप्रत्याशित बाधा का सामना करना पड़ सकता है।
  • कार्यस्थल पर सहकर्मियों या अधिकारियों के साथ मेल‑जोल में तनाव हो सकता है।
  • माता‑पिता या वरिष्ठों के साथ संबंधों में टकराव आ सकता है यदि संवाद में मर्यादा न हो।

उपाय

  • बजट तैयार करें और गैर‑जरूरी खर्चों से बचें।
  • काम में धैर्य और विनम्रता बनाए रखें; विवाद से दूर रहें।
  • शिव चालीसा या अन्य किसी स्तुति‑पाठ का नियमित पाठ करें।

मीन राशि

प्रभाव

  • शनि की स्थिति आपकी राशि में होने के कारण आप स्वाभावतः चिंतनशील होंगे, लेकिन सूर्य ग्रहण के दिन सप्तम भाव में सूर्य होने से रिलेशनशिप्स और साझेदारी में मतभेद हो सकते हैं।
  • स्वास्थ्य संबंधी समस्या विशेषकर पाचन से जुड़ी हो सकती है, तथा आलस्य और मन की बेचैनी हो सकती है।
  • वैवाहिक जीवन या संबंधों में उस समय संतुलन बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

उपाय

  • संवाद को खुला रखें। अपनी बात समझाने में धैर्य रखें, आरोप न लगाएँ।
  • स्वास्थ्य का खास ध्यान दें। हल्का भोजन करें, पर्याप्त पानी पीएँ और विश्राम करें।
  • सूर्य मंत्रों का जप करें, प्रातःकाल सूर्य दर्शन संभव हो तो करें।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। HariBhoomi.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।


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