शारदीय नवरात्रि 2025: देवी भक्ति से सराबोर प्रमुख शक्तिपीठ, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
शारदीय नवरात्रि 2025 के पहले दिन सोमवार, 22 सितंबर को देश के प्रमुख देवीधामों में भक्तों का सैलाब उमड़ा। जानिए मां पीतांबरा, बगलामुखी, विजयासन और शारदा देवी मंदिरों की खास तैयारियों के बारे में।
शारदीय नवरात्रि 2025: देवी भक्ति से सराबोर हुए प्रमुख शक्तिपीठ, जानें खासियत
Shardiya Navratri 2025: शारदीय नवरात्रि का पावन पर्व सोमवार (22 सितंबर 2025) से शुरू हो गया। शक्ति उपासना के इस नौ दिवसीय उत्सव में देश के सभी देवीधामों में भक्तों का सैलाब उमड़ने लगा है। देवी भक्ति से सराबोर वातावरण और अनुष्ठानों की गूंज चारों ओर फैल चुकी है। आइए जानें देश के चार प्रमुख शक्तिपीठों की तैयारियों और विशेषताओं के बारे में...।
1. मां पीतांबरा पीठ, दतिया (मध्य प्रदेश)
दतिया स्थित प्रसिद्ध तांत्रिक शक्तिपीठ मां पीतांबरा मंदिर में नवरात्रि के पहले दिन 50 हजार से अधिक भक्तों के पहुंचने की संभावना है। साधकों के लिए मंदिर प्रबंधन द्वारा 100 कमरे विशेष रूप से खोले गए हैं। यहां देश ही नहीं, विदेशों से भी भक्त हवन और विशेष अनुष्ठान कराने पहुंचते हैं। मंदिर के चारों प्रवेश द्वारों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
2. मां बगलामुखी सिद्ध पीठ, नलखेड़ा (मध्य प्रदेश)
आगर जिले के नलखेड़ा में स्थित मां बगलामुखी मंदिर तंत्र साधना का प्रमुख केंद्र है। यह मंदिर पांडव कालीन है और यहां मां त्रिशक्ति रूप में विराजित हैं। पहले दिन करीब 1 लाख भक्तों के दर्शन करने की संभावना है। यहां 57 वर्षों से अखंड ज्योत जल रही है, जो भक्तों की आस्था का प्रतीक है।
3. मां विजयासन देवी, सलकनपुर (सीहोर, MP)
सीहोर जिले के प्रसिद्ध शक्तिपीठ सलकनपुर में नवरात्रि मेले के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 22 सितंबर से शुरू हो रहे इस पर्व में लाखों श्रद्धालु मां विजयासन के दर्शन को पहुंचेंगे। जिनकी मनोकामनाएं पूर्ण हो चुकी हैं, वे विशेष रूप से ज्योत जलाने आते हैं। सुरक्षा के मद्देनजर 200 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
4. मां शारदा देवी, मैहर (सतना, मध्य प्रदेश)
विश्व प्रसिद्ध मैहर स्थित मां शारदा देवी मंदिर में आज से नवरात्रि मेला आरंभ हो गया है। इस वर्ष 12 से 15 लाख श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए पहुंचने की संभावना है। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए 100 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। यहां मां शारदा की पूजा का विशेष महत्व है।
कलश स्थापना के शुभ मुहूर्त (22 सितंबर 2025)
- अमृत व सर्वोत्तम मुहूर्त: सुबह 06:09 बजे से 07:40 बजे तक
- अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:00 बजे से 11:40 बजे तक
- विशेष मुहूर्त: दोपहर 12:30 बजे तक
शक्ति, श्रद्धा और भक्ति का संगम
शारदीय नवरात्रि का यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सांस्कृतिक एकता और जनसंख्या प्रबंधन की भी परीक्षा है। प्रशासन, मंदिर समितियां और भक्त पूरी तैयारी के साथ मां की आराधना में जुटे हैं। यह पर्व शक्ति, श्रद्धा और भक्ति का संगम है।
नवरात्रि पर कैसे करें देवी पूजा?
- मां शारदा धाम मैहर के पुजारी पंडित पवन महाराज ने नवरात्रि पर पूजा विधि बताई। कहा हर दिन सुबह पूजा से पहले खुद पर गंगाजल छिड़कें। तिलक लगाएं और दीपक जलाएं।
- सबसे पहले गणेश जी की पूजा करें। फिर पार्वती, कलश और फिर देवी दुर्गा की पूजा करें। हर दिन देवी लक्ष्मी, सरस्वती और कालिका की पूजा करें। कुककुम, चावल, हल्दी, मेहंदी, फूल और इत्र सहित अन्य चीजों से देवी पूजा करें।
- पूजा के बाद नौवेद्य लगाएं, आरती करें और प्रसाद वितरित करें।