पितृ पक्ष 2025: जानिए पितरों की तस्वीर कहां और किस दिशा में लगानी चाहिए?
Pitru Paksh 2025: जानिए पितृ पक्ष 2025 कब शुरू होगा और पितरों की तस्वीर वास्तु अनुसार किस दिशा में लगानी चाहिए?
Pitru Paksh 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होने वाला पितृ पक्ष एक महत्वपूर्ण धार्मिक काल माना जाता है। इस अवधि में पितृ श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान जैसे कर्म किए जाते हैं ताकि पूर्वजों की आत्मा को शांति और सम्मान मिल सके। यहां जानें पितृ पक्ष से जुड़ी जानकारियां।
पितृ पक्ष कब से शुरू होगा?
इस वर्ष पितृ पक्ष की शुरुआत 8 सितंबर 2025 से हो रही है और यह अवधि 21 सितंबर की सर्वपितृ अमावस्या तक चलेगी। इसके बाद 22 सितंबर से शारदीय नवरात्र का आरंभ होगा, जो हिन्दू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है।
पितरों की तस्वीर कहां न लगाएं?
वास्तु शास्त्र में पितरों की तस्वीर लगाने को लेकर कुछ खास नियम बताए गए हैं। ज्योतिषाचार्य डॉक्टर मनीष गौतम जी महाराज के अनुसार, बेडरूम और किचन में कभी भी पितरों की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए। इन स्थानों पर तस्वीर लगाने से पितृ नाराज हो सकते हैं और इससे परिवार में परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए इन जगहों से बचना चाहिए।
तस्वीर लगाने के लिए सही दिशा कौन सी है?
पितृ पक्ष में पितरों की तस्वीर लगाने के लिए दक्षिण दिशा को सर्वोत्तम माना गया है। दक्षिण दिशा पितृ लोक का प्रतीक होती है और इस दिशा में तस्वीर लगाने से परिवार में पितरों की कृपा बनी रहती है। इससे जीवन में आने वाले कष्ट कम होते हैं, सुख-समृद्धि बढ़ती है और परिवार पर पूर्वजों का आशीर्वाद बना रहता है।
पितृ पक्ष के दौरान किन बातों का रखें ध्यान?
- पितृ तर्पण और श्राद्ध कर्म नियमित और विधिपूर्वक करें।
- पितरों के प्रति श्रद्धा और सम्मान बनाए रखें।
- घर की साफ-सफाई और शांति का विशेष ध्यान रखें।
- पितृ पक्ष में दान और सेवा के कार्य भी शुभ होते हैं।