Shankh importance: शुभ कार्य में क्यों बजाते हैं शंख, हिंदू धर्म में क्या है इसका महत्व, जानें इसके लाभ

Shankh importance: शंख का हिंदू धर्म में बहुत ज्यादा धार्मिक महत्व है और इसे बहुत शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शंख भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का बहुत प्रिय है।

Updated On 2024-07-12 16:44:00 IST
Shankh importance

Shankh importance: शंख का हिंदू धर्म में बहुत ज्यादा धार्मिक महत्व है और इसे बहुत शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शंख भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का बहुत प्रिय है। शंख समुद्र मंथन के दौरान निकले नवरत्नों में सें एक है। धार्मिक कथाओं में ऐसा कहा जाता है कि जहां शंख होता है, वहां भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का वास होता है। यही कारण है किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले या फिर पूजा के दौरान शंख बजाना शुभ माना गया है।

शंख की ध्वनि से नकारात्मक ऊर्जा होती है दूर 
वहीं कुछ धार्मिक कथाओं के अनुसार शंख को मां लक्ष्मी का भाई भी माना जाता है। मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए दक्षिणावर्ती शंख की पूजा करनी चाहिए, जिससे घर में धन- धान्य में वृद्धि होती है। इसकी ध्वनि से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति शंख बजाता है उसके सारे पाप दूर हो जाते हैं और सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है।  

कई प्रकार के होते हैं शंख
हिंदू धर्म में शंख कई तरह के होते हैं, लेकिन इनके 3 प्रमुख प्रकार वामावर्ती, दक्षिणावर्ती और गणेश शंख होते हैं। बता दें कि यह शंख चमत्कारिक होते है। वराह पुराण में कहा गया है, कि शंख बजाए बिना मंदिर का द्वार नहीं खोलना चाहिए। हिंदू धर्म के साथ ही जैन और बौद्ध धर्म में भी शंख बजाने का विशेष महत्व है। एक बात का विशेष ध्यान रखें की शंख बजाने के बाद हमेशा धोकर रखना चाहिए, कभी भी झूठा शंख को पूजा स्थान पर नहीं रखना चाहिए।

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