Ram Navami 2025: रामनवमी पर रवि और पुष्य नक्षत्र का खास संयोग, श्रद्धालु ऐसे करें पूजा, मिलेंगे मनोवांछित फल

Ram Navami 2025: रामनवमी पर आज (रविवार, 6 अप्रैल 2025) रवि और पुष्य नक्षत्र का खास संयोग बन रहा है। पुजारी लोकेंद्र व्यास ने बताया, विधि पूर्वक पूजा करने से मनोवांछित फल मिलते हैं।

Updated On 2025-04-06 11:03:00 IST
रामनवमी पर रवि और पुष्य नक्षत्र का खास संयोग, ऐसे करें रामलला की पूजा; उज्जैन में गूंज रही मंगल ध्वन।

Ram Navami 2025: रामनवमी पर आज (रविवार, 6 अप्रैल 2025) देशभर में श्रीराम जन्मोत्सव उत्साह का जश्न है। उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में खास तैयारियां की गई हैं। पुजारी लोकेंद्र व्यास ने बताया, रामनवमी पर इस बार रवि और पुष्य नक्षत्र का खास संयोग बन रहा है। जिसमें भगवान राम की पूजा विशेष फलदायी होगी। भक्त इस दौरान विभिन्न अनुष्ठान करते हैं।  

बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में रामनवमी को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है। मंदिर परिसर फूलों और और आकर्षक लाइटिंग से सजाए गए हैं। भगवान का मनोहारी श्रृंगार किया गया है और महाकाल लोक में राम भजनों की मधुर ध्वनि गूंज रही है। 

उज्जैन के इन मंदिरों में राम जन्मोत्सव 
शिप्रा तट स्थित राम मंदिर में सुबह से अनुष्ठान जारी हैं। फ्रीगंज स्थित प्रकटेश्वर महादेव मंदिर में भगवान राम, लक्ष्मण और जानकी का विशेष श्रृंगार किया गया है। पुजारी घनश्याम शर्मा ने बताया, दोपहर 12 बजे जन्म आरती के बाद राजगिरा-सिंगाड़े के आटे की पंजीरी का प्रसाद वितरित किया जाएगा। रामजनार्दन, बूढ़ा राम मंदिर और रामानंदी अखाड़ा में भी राम जन्मोत्सव मनाया गया है। दोपहर 12 बजे सभी मंदिरों में शंख और घंटों की मंगल ध्वनि के बीच भगवान की आरती होगी।

रवि पुष्य योग में भगवान श्री रामजन्मोत्सव
रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र की उपस्थिति में रामनवमी का पर्व काल मनाया जा रहा है। पं. अमर डब्बावाला के अनुसार इस दिन पुष्य नक्षत्र दिन व रात में रहेगा। इस नक्षत्र में अपने मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए अलग-अलग प्रकार के अनुष्ठान भक्तों द्वारा किए जाते है। दिन और नक्षत्र का संयोग इस पर्व को विशेष बना रहा है।

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