Navratri 2025: नवरात्रि में माता रानी के नौ स्वरूपों के लिए प्रिय भोग, जानें कौन से फल चढ़ाएं या नहीं?

Navratri 2025: नवरात्रि में माता रानी को भोग लगाते समय किन फलों और खाद्य वस्तुओं से बचना चाहिए? जानें नौ देवियों के प्रिय भोग, भोग से जुड़े नियम और पूजा में वर्जित फल कौन से हैं।

Updated On 2025-10-16 16:31:00 IST
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Navratri 2025: नवरात्रि का पर्व माता रानी के नौ रूपों की आराधना का शुभ अवसर है। इस दौरान भक्ति के साथ-साथ माता को भोग अर्पित करने की भी परंपरा है। नवरात्रि के नौ दिनों में माता के नौ रूपों को अलग-अलग प्रकार के भोग चढ़ाए जाते हैं, जो उनके प्रिय होते हैं। परंतु, भोग सामग्री चुनते समय कुछ खास नियमों का पालन करना अत्यंत आवश्यक होता है, ताकि पूजा सफल और शुभ हो। साथ ही कुछ ऐसे फल भी हैं जिन्हें नवरात्रि में माता को चढ़ाना वर्जित माना जाता है। आइए जानें नवरात्रि में भोग से जुड़े महत्वपूर्ण नियम और वह फल जिनसे बचना चाहिए।

नवरात्रि में भोग से जुड़े जरूरी नियम

सात्विक भोजन का महत्व: नवरात्रि के दौरान पूरी तरह सात्विक भोजन करना चाहिए। इस समय मांसाहार, मदिरा और तामसिक वस्तुओं जैसे प्याज, लहसुन से परहेज करना जरूरी होता है।

भोग लगाने का समय: व्रती लोग रात के भोजन से पहले ही माता को भोग अर्पित करें, तभी भोजन ग्रहण करें।

विभिन्न रूपों के लिए अलग-अलग भोग: माता के नौ स्वरूपों के लिए नौ अलग-अलग भोग लगाए जाते हैं, जो उनके प्रिय माने जाते हैं।

शुद्धता और ताजगी: भोग में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री ताजी और शुद्ध होनी चाहिए। जूठे, खराब या सड़े हुए फल और अन्न बिल्कुल न चढ़ाएं।

माता के नौ स्वरूपों के लिए प्रिय भोग

शैलपुत्री: बादाम का हलवा या घी से बनी मिठाइयां

ब्रह्मचारिणी: मिश्री, शक्कर या मीठे पदार्थ

चंद्रघंटा: खीर या दूध से बने व्यंजन

कुष्मांडा: मालपुए या गुड़ के साथ पकाए गए व्यंजन

स्कंदमाता: केले फल

कात्यायनी: शहद या शहद से बनी मिठाइयां

कालरात्रि: गुड़ या गुड़ से बने पदार्थ

महागौरी: नारियल या नारियल आधारित व्यंजन

सिद्धिदात्री: चना, हलवा-पूरी या खिचड़ी

नवरात्रि में किन फलों से बचें?

  • नींबू
  • इमली
  • सूखा नारियल
  • नाशपाती
  • अंजीर
  • साथ ही जूठे, अधपके या सड़े हुए फल भी कभी भोग में न लगाएं।

माता को जरूर चढ़ाएं ये फल

  • अनार
  • बेल
  • आम
  • शरीफा
  • सिंघाड़ा
  • जटा वाला नारियल
  • ये फल माता के प्रसन्नता का कारण बनते हैं और आपके पूजा में शुभता लाते हैं।

नवरात्रि के दौरान माता रानी की पूजा में भोग सामग्री का चुनाव बेहद सावधानी से करें। सात्विक और ताजी वस्तुओं का ही चयन करें और पूजा नियमों का पालन करें ताकि आपका व्रत सफल और फलदायक रहे। साथ ही उन फलों से बचें जो नवरात्रि के लिए अनुपयुक्त माने जाते हैं। इससे आपकी पूजा में माता की कृपा बनी रहेगी और आपके परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। HariBhoomi.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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