Mangalwar Ke Upay: मंगलवार के दिन करें ये अचूक उपाय, मिलेगी हनुमान जी की कृपा

मंगलवार के दिन करें ये सरल उपाय, पाएं हनुमान जी की कृपा और जीवन के संकटों से मुक्ति। जानिए गुड़-चना, लाल वस्त्र, और राम चालीसा के लाभ।

Updated On 2025-07-07 19:35:00 IST

मंगलवार के उपाय

Mangalwar Ke Upay: हिंदू धर्म में मंगलवार के दिन का विशेष महत्व होता है क्योंकि यह दिन वीर बजरंगी हनुमान जी को समर्पित माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन श्रद्धा और भक्ति भाव से किए गए उपवास, पाठ और सेवा कार्यों से हनुमान जी शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों के समस्त कष्ट हर लेते हैं। विशेष रूप से मानसिक तनाव, भय, शत्रु बाधा और आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए मंगलवार के उपाय अत्यंत प्रभावी माने जाते हैं। यहां जानें मंगलवार के अचूक उपाय।

सुबह-शाम मंदिर जाएं और करें पाठ

ज्योतिषाचार्य पंडित डॉक्टर मनीष गौतम जी के अनुसार यदि संभव हो, तो मंगलवार को सुबह और शाम हनुमान मंदिर जाकर हनुमान चालीसा, सुंदरकांड या राम चालीसा का पाठ करें। यह अभ्यास मानसिक शांति लाने के साथ-साथ आत्मबल भी प्रदान करता है। श्रीराम के प्रति हनुमान जी की अटूट भक्ति के कारण, राम नाम का स्मरण उन्हें शीघ्र प्रसन्न करता है।

गुड़-चना का भोग और बंदरों को भोजन

हनुमान जी को भोग में गुड़ और भुने हुए चने का अर्पण करना अत्यंत शुभ माना जाता है। साथ ही मंदिर के आस-पास मौजूद बंदरों को यही प्रसाद खिलाना पुण्यफल बढ़ाता है। यह सेवा भावना भक्त के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाती है।

लाल रंग से जुड़ी वस्तुओं का महत्व

मंगलवार को लाल पुष्प, सिंदूर, लाल चोला, लाल ध्वज और लाल कपड़े हनुमान जी को चढ़ाना विशेष रूप से फलदायी माना गया है। ये उपाय नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करते हैं और आत्मबल को मजबूत करते हैं।

दान-पुण्य से बनेंगे कार्य

मंगलवार के दिन जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, और मिठाई का दान करना बहुत शुभ होता है। विशेष रूप से लाल वस्त्र, मीठे लड्डू और बादाम का दान शुभ फल दिलाता है।

आर्थिक उन्नति के लिए पान चढ़ाएं

जो लोग आर्थिक तंगी से परेशान हैं, उन्हें मंगलवार के दिन बिना तंबाकू और सुपारी वाला मीठा पान हनुमान जी को अर्पित करना चाहिए। यह उपाय धन मार्ग की बाधाओं को दूर करता है।

राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करें

राम रक्षा स्तोत्र का सच्चे मन से पाठ करने से भय, संकट और मानसिक अवसाद से छुटकारा मिलता है। यह स्तोत्र साधक को आत्मबल, शांति और सुरक्षा प्रदान करता है।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। HariBhoomi.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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