July Grah Gochar 2025: जुलाई में सूर्य, मंगल, शनि सहित कई बड़े ग्रह बदलेंगे राशि, जानिए किस राशियों पर पड़ेगा असर
July Grah Gochar 2025: जुलाई में सूर्य, मंगल, शनि सहित कई बड़े ग्रह बदलेंगे राशि, जानिए किस राशियों पर पड़ेगा असर
July Grah Gochar 2025: जुलाई 2025 का महीना वैदिक ज्योतिष की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण रहने वाला है। इस माह सूर्य, मंगल, बुध, शुक्र और शनि जैसे प्रमुख ग्रह अपनी राशियों और नक्षत्रों में बदलाव करेंगे, जिससे 12 राशियों के जीवन में बड़ा असर देखा जा सकता है। वहीं, गुरु बृहस्पति, राहु और केतु यथास्थान स्थिर रहेंगे, लेकिन उनका प्रभाव ग्रहों की गति के अनुसार दिखाई देगा।
जुलाई 2025 में प्रमुख ग्रहों की स्थिति
- सूर्य (राशियों के राजा): 6 जुलाई तक सूर्य मिथुन राशि में रहेंगे।
- इसके बाद कर्क राशि में प्रवेश करेंगे।
- सूर्य इस दौरान पुनर्वसु और पुष्य नक्षत्र में गोचर करेंगे।
मंगल (ऊर्जा और साहस का ग्रह)
- 28 जुलाई तक सिंह राशि में रहेंगे, इसके बाद कन्या राशि में प्रवेश करेंगे।
- 23 जुलाई को मंगल उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे।
बुध (बुद्धि और वाणी का ग्रह)
- संपूर्ण जुलाई माह में कर्क राशि में स्थित रहेंगे।
- नक्षत्र क्रम: पुष्य → अश्लेषा → पुष्य → अश्लेषा → मघा
शुक्र (सौंदर्य और वैभव के कारक)
- 26 जुलाई तक वृषभ राशि में स्थित रहेंगे, फिर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे।
- इस दौरान कृत्तिका, रोहिणी और मृगशिरा नक्षत्रों से गुजरेंगे।
शनि (न्याय और कर्म का ग्रह)
- पूरे महीने मीन राशि में स्थित रहेंगे।
- 13 जुलाई से शनि वक्री हो जाएंगे, और 138 दिनों तक वक्री अवस्था में रहेंगे।
अरुण ग्रह (यूरिनस/Uranus तुल्य प्रभाव)
- 5 जुलाई से कुंभ राशि में वक्री हो जाएंगे और 10 दिसंबर तक (कुल 159 दिन) इसी अवस्था में रहेंगे।
- गुरु, राहु और केतु की स्थिति: गुरु (बृहस्पति) मिथुन राशि में उदित रहेंगे।
- राहु कुंभ राशि में और केतु सिंह राशि में यथावत बने रहेंगे।
जुलाई में बदलेंगे नक्षत्र
इस माह बुध और शुक्र दोनों के कारण कृत्तिका, मृगशिरा, रोहिणी, पुष्य, अश्लेषा और मघा नक्षत्रों में गोचर देखने को मिलेगा, जिससे विशेष प्रकार के मानसिक, आर्थिक और पारिवारिक प्रभाव संभव हैं।
राशियों पर संभावित प्रभाव
- मेष, सिंह, वृश्चिक: मंगल के गोचर से आत्मविश्वास और निर्णय क्षमता में वृद्धि।
- कर्क, मीन, तुला: सूर्य-बुध की युति से करियर और संचार कौशल में सुधार।
- वृषभ, मिथुन: शुक्र और बुध के प्रभाव से आर्थिक स्थितियों में मजबूती और सामाजिक सराहना।
- मकर, कुंभ: शनि के वक्री होने से कार्य में विलंब और धैर्य की आवश्यकता।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। HariBhoomi.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।