Ganeshotsav 2025: आपको भी अनंत चतुर्दशी से पहले करना है गणपति विसर्जन, जानें शुभ मुहूर्त
Ganeshotsav 2025: जानें 31 अगस्त, 2 सितंबर और अनंत चतुर्दशी (6-7 सितंबर) को गणपति विसर्जन के शुभ मुहूर्त और आवश्यक जानकारी।
Ganeshotsav 2025: गणेशोत्सव 2025 की शुरुआत 27 अगस्त से हो चुकी है और भक्तों के घरों में बप्पा की स्थापना के साथ उत्साह का माहौल बना हुआ है। गणेशोत्सव परंपरागत रूप से 10 दिनों तक मनाया जाता है और अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति का विधिवत विसर्जन किया जाता है। हालांकि कई श्रद्धालु तीसरे, पांचवें या सातवें दिन भी गणपति विसर्जन करते हैं। अगर आप इस वर्ष अनंत चतुर्दशी से पहले गणपति विसर्जन की योजना बना रहे हैं, तो नीचे दिए गए शुभ मुहूर्तों के अनुसार विसर्जन करना आपके लिए सही समय रहेगा।
पांचवें दिन गणपति विसर्जन (31 अगस्त 2025)
शुभ मुहूर्त
प्रातः काल: 07:36 बजे से 12:23 बजे तक
दोपहर: 01:57 बजे से 03:32 बजे तक
संध्या: 06:44 बजे से 10:57 बजे तक
सातवें दिन गणपति विसर्जन (2 सितंबर 2025)
शुभ मुहूर्त
प्रातः काल: 09:11 बजे से 01:56 बजे तक
दोपहर: 03:31 बजे से 05:05 बजे तक
रात्रि: 08:06 बजे से 09:31 बजे तक
अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन 6 और 7 सितंबर 2025
अनंत चतुर्दशी की शुरुआत: 6 सितंबर 2025, प्रातः 03:12 बजे
तिथि समाप्ति: 7 सितंबर 2025, दोपहर 01:40 बजे
गणपति भक्त 6 और 7 सितंबर दोनों दिनों में अपनी सुविधानुसार और मुहूर्त के अनुसार गणेश विसर्जन कर सकते हैं। इस दिन विसर्जन के साथ ही बप्पा से सुख-समृद्धि और विघ्नों को हरने की प्रार्थना की जाती है।
गणपति विसर्जन पर इन बातों का ध्यान रखें
विसर्जन से पहले पूजन, आरती और प्रसाद अर्पण जरूर करें।
पर्यावरण का ध्यान रखें, प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों को नदी या झील में विसर्जित न करें।
घरेलू विसर्जन के लिए बाल्टी या टब का उपयोग करें और जल को पौधों में डालें।
विसर्जन करते समय श्रीगणेश मंत्र और आरती का उच्चारण करें।