kele ke paudhe ka upay: एकादशी पर करें केले के पौधे का अचूक उपाय, बढ़ेगा धन, मिलेगा सुख-सौभाग्य

kele ke paudhe ka upay: गुरुवार और एकादशी जैसे शुभ दिनों पर केले के पौधे की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में समृद्धि, सौभाग्य और शांति का आगमन होता है।

Updated On 2025-06-18 22:40:00 IST

kele ke paudhe ka upay: हिंदू धर्म में केला एक पवित्र पौधा माना गया है, जिसे देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु का प्रिय माना गया है। खासतौर पर गुरुवार और एकादशी जैसे शुभ दिनों पर केले के पौधे की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में समृद्धि, सौभाग्य और शांति का आगमन होता है। साथ ही, यह उपाय वैवाहिक सुख, संतान प्राप्ति और धन लाभ में भी सहायक माना गया है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार, यदि नियमित रूप से या विशेष अवसरों पर केले के पौधे का विधिपूर्वक पूजन किया जाए, तो जीवन की अनेक परेशानियों का समाधान संभव है।

गुरुवार और एकादशी को करें ये सरल उपाय

  • सुबह स्नान के बाद पीले वस्त्र धारण करें – शुभ रंग होने के कारण पीले कपड़े पहनकर पूजा करना पुण्यदायक माना गया है।
  • सूर्य अर्घ्य और पूजन की शुरुआत – सूर्य को जल अर्पित करें और भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी की पीले फूलों, फल, हल्दी, चंदन, कुमकुम, धूप-दीप से पूजा करें।
  • केले के पौधे की पूजा करें – यदि आपके घर में केला का पौधा है तो वहीं पूजन करें, अन्यथा मंदिर में जाकर केले के पौधे पर जल में हल्दी और अक्षत डालकर अर्पित करें।
  • भोग अर्पण करें – केले के पौधे को 5 प्रकार की पीली मिठाइयां, गुड़ और पीले फूल अर्पित करें। इससे घर में लक्ष्मी का स्थायी वास होता है।
  • मंत्र जाप करें – पूजा करते समय "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः" मंत्र का जाप करें। इस जाप को तुलसी या चंदन की माला से करना अत्यधिक शुभ होता है।
  • तीन बार परिक्रमा करें – केले के पौधे की 3 बार परिक्रमा करें। यह संख्या देवगुरु बृहस्पति की है, जो ज्ञान और भाग्य के कारक माने जाते हैं।
  • सामूहिक पूजन करें – यदि आप विवाहित हैं तो यह उपाय अपने जीवनसाथी के साथ करें। इससे वैवाहिक जीवन में प्रेम और सामंजस्य बढ़ता है।

इस उपाय से होने वाले लाभ

  • धन की प्राप्ति और रुका हुआ पैसा वापस मिलने की संभावना
  • घर में शांति और पति-पत्नी के रिश्तों में सुधार
  • संतान सुख में वृद्धि और विवाह में आ रही बाधाओं का समाधान
  • पापों का क्षय और मोक्ष की ओर अग्रसर जीवन

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। HariBhoomi.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।

Tags:    

Similar News