Budh Vakri 2025: आज बुध ग्रह बक्री, इन 4 राशियों को रहना होगा सतर्क!, जानें प्रभाव
18 जुलाई 2025 से बुध वक्री चाल में आ गए हैं, शनि पहले से वक्री हैं। जानें किन राशियों पर पड़ेगा असर, और क्या उपाय करें इस कठिन समय में।
Budh Vakri 2025: सावन के पहले सप्ताह में शनि ग्रह वक्री हो चुके हैं और आज शुक्रवार (18 जुलाई) को बुध ग्रह वक्री हो रहे हैं। जो 25 दिनों तक वक्री चाल चलेंगे। ऐसे में दोनों ग्रहों की उलटी चाल कई राशियों के लिए अच्छी रहेंगी तो वहीं कुछ राशि वालों के लिए चुनौतियां लेकर आ सकती है। यहां जानें वो कौन सी राशियां हैं और क्या प्रभाव पड़ेगा।
बुध वक्री चाल 18 जुलाई से 11 अगस्त 2025 तक, यानी कुल 25 दिन चलेंगे। इस दौरान बुध ग्रह हमारे विचारों, संवाद, और निर्णय लेने की क्षमता से जुड़ा होता है। जब ग्रह वक्री हो जाते हैं, तो इसका प्रभाव और भी तीव्र हो जाता है।
इन 4 राशियों पर पड़ेगा प्रभाव
मिथुन राशि (Gemini)
मिथुन राशि पर बुध का सीधा प्रभाव रहता है, और अब जब बुध वक्री होते हैं, तो आपके कहे गए शब्दों को गलत तरीके से लिया जा सकता है। इसलिए अपनी वाणी पर संयम रखें। सोच-विचारकर ही कोई बात बोलें। कामों में अनावश्यक देरी हो सकती है।
सलाह: शांत रहें, जल्दी प्रतिक्रिया न दें, दस्तावेज़ों की अच्छी तरह जांच करें।
कन्या राशि (Virgo)
कन्या राशि के स्वामी भी बुध ग्रह हैं। इस वक्री स्थिति में आपके रूटीन जीवन में असंतुलन आ सकता है। पारिवारिक तनाव की संभावना है। नींद की कमी या बेचैनी बनी रह सकती है। मानसिक थकान और एकाग्रता में गिरावट भी देखने को मिल सकती है।
सलाह: ध्यान और योग करें, नींद की गुणवत्ता बनाए रखें, घरेलू विवादों से बचें।
वृश्चिक राशि (Scorpio)
वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल हैं, और शनि-बुध की वक्री चाल इस राशि की आंतरिक ऊर्जा और प्रतिक्रिया प्रणाली को प्रभावित करेगी। वहीं गुस्सा बढ़ सकता है। वाणी पर नियंत्रण नहीं रह सकता। इस पर ध्यान देने की जरूरत है। विवादों और बहसों से दूरी बनाए रखें।
सलाह: आत्मनिरीक्षण करें, मौन का अभ्यास करें, बातों को मन में ना रखें।
कुंभ राशि (Aquarius)
कुंभ राशि पर पहले से ही शनि की साढ़ेसाती चल रही है और अब शनि की वक्री चाल मानसिक स्तर पर और अधिक दबाव डालेगी। इस दौरान मानसिक अस्थिरता बनी रह सकती है। निर्णय लेने में भ्रम होगा। वाणी और तर्क की दिशा गलत होने की संभावना है।
सलाह: धार्मिक कार्यों से जुड़ें, मन को केंद्रित रखें, कर्म को शुद्ध रखें।
क्या करें इन ग्रहों के वक्री काल में?
- जल्दबाजी से निर्णय न लें।
- सावधानी से संवाद करें।
- तकनीकी या दस्तावेज से जुड़ी गड़बड़ियों से बचने के लिए रीचेकिंग करें।
- नियमित जप और ध्यान करें।
- शनिवार और बुधवार को दान करें। जैसे काले तिल, मूंग, हरी सब्ज़ियां, लोहे के बर्तन आदि।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। HariBhoomi.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।